इंदौर: भोलेनाथ के प्रिय मास सावन में कांवड़ियां देश के अलग-अलग हिस्सों में ज्योतिर्लिंगों की तरफ कावड़ यात्रा लेकर भोलेनाथ के दर्शन के लिए जा रहे हैं. इस कावड़ यात्रा का इस्तेमाल मध्य प्रदेश में साल के अंत में होने वाले चुनाव के लिए भी किया जा रहा है. इस साल के अंत तक देश के चार राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में चुनाव होने वाले हैं. इस कारण इस बार कांवड़ यात्रा पर भी राजनीति का रंग चढ़ गया है.
विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही देशभर में राजनीतिक दलों का चुनाव प्रचार का बिगुल बज गया है. राजनीतिक दल अपने प्रचार-प्रसार के लिए अलग अलग तरीके निकाल रही है. चुनाव प्रचार से सावन का त्योहार भी नहीं बचा है. मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नेता कावड़ यात्रा निकालकर गांवों - कस्बों, शहरों से होते हुए बीजेपी की उपलब्धियों का प्रचार करते हुए मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से उज्जैन की तरफ निकले हैं.
इंदौर के बीजेपी नेता गोलू शुक्ला सात हजार कांवड़ियों को साथ लेकर 175 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा में निकले हैं. इस यात्रा के दौरान वह रास्ते में पड़ने वाले लगभग ढाई सौ गांवों और कई शहरों समेत कुल 15 विधानसभा में बीजेपी का प्रचार करते हुए उज्जैन की तरफ जा रहे हैं.
कांवड़ यात्रा देखते हुए कांग्रेस सत्ताधारी बीजेपी पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगा रही है. कांवड़ यात्रा के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय नेता प्रभात झा ने कांग्रेस के नेताओं को बीजेपी में जोड़ने का प्रस्ताव भी दे डाला.
भारत में राजनीति और धर्म एक सिक्के के दो पहलू की तरह है. धर्म का इस्तेमाल राजनीति को चमकाने के लिए हमेशा से किया जाता रहा है. राज्य में चुनाव है इसके मद्देनजर राजनीतिक दल प्रचार का कोई मौका छोड़ने को तैयार नहीं हैं.