लखनऊ: उन्नाव जिले में कथित रूप से 'जय श्रीराम' का नारा लगाने से इनकार करने पर मदरसे के चार छात्रों से मारपीट किये जाने का मामला सामने आया है. हालांकि शुक्रवार रात सरकार ने स्पष्ट किया कि यह छात्रों के बीच कहासुनी की वजह से हुआ और इस दौरान कोई भी धार्मिक नारे नहीं लगवाए गए. घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है. ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उन्नाव से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) उमेश चंद्र त्यागी ने दर्ज रिपोर्ट के हवाले से शुक्रवार बताया कि एबी नगर स्थित मदरसा दारूल उलूम फैज—ए—आम में पढ़ने वाले चार छात्र गुरुवार को जीआईसी मैदान में क्रिकेट खेलने गये थे. वहां पहले से ही खेल रहे कुछ युवकों ने मदरसा छात्रों से 'जय श्रीराम' का नारा लगाने को कहा. इससे इनकार करने पर उन्होंने उनकी बल्ले और स्टम्प से पिटाई की. इस वारदात में मदरसे के चारों छात्रों को चोटें आयीं.
उन्होंने बताया कि छात्रों ने मदरसे पहुंचकर आपबीती बतायी. मदरसे के प्रधानाचार्य मौलाना निसार अहमद की तहरीर पर पुलिस ने आदित्य शुक्ला, क्रांति, कमल तथा एक अन्य अज्ञात युवक के खिलाफ धारा 323 (मारपीट), 352 (हमला), 504 (शांति भंग के लिये जबरन अपमान) और 506 (धमकाने) के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
इस बीच, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) पीवी रामा शास्त्री, पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने रात में आनन-फानन बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्नाव की घटना क्रिकेट मैच के दौरान छात्रों में कहासुनी के बाद हुई. इस पर पुलिस ने प्रभावी कार्यवाही की मगर इसे सांप्रदायिक रंग देने की साजिश की जा रही है. अगर कोई अफवाह फैलाता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जांच में पता चला है कि घटना के दौरान कोई भी धार्मिक नारे नहीं लगवाए गए.
रामा शास्त्री ने कहा कि राज्य में कुछ अराजक तत्व सक्रिय हैं जो धार्मिक उन्माद फैला रहे हैं जैसा कि हमने आगरा मेरठ कानपुर और उन्नाव की घटनाओं में देखा है. हालांकि ऐसे लोग अपनी साजिश में कामयाब नहीं होंगे क्योंकि पुलिस ऐसे लोगों से निपटने में तत्परता से लगी है. पुलिस बिना किसी भेदभाव के अपना काम कर रही है. इसके पूर्व उन्नाव के पुलिस अधीक्षक माधव प्रसाद वर्मा ने भी बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि मदरसा छात्रों से जबरन जय श्री राम बुलवाने की कोशिश नहीं की गई. बहरहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.