महराजगंज: पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान पंकज त्रिपाठी की अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा. 'जब तक सूरज चांद रहेगा, पंकज तेरा नाम रहेगा.' के जयघोष के साथ लोगों ने शहीद को अंतिम विदाई दी. शहीद पंकज कि 3 साल के बेटे प्रतीक ने बाबा ओम प्रकाश त्रिपाठी की गोद में चिता को मुखाग्नि दी. गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया.


जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरूवार को आतंकी हमले में शहीद महराजगंज के जवान पंकज त्रिपाठी का शनिवार को त्रिमुहानी घाट पर पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. शहीद जवान के तीन वर्षीय पुत्र प्रतीक ने बाबा की गोद में पिता को मुखाग्नि दी, तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं.


इस दौरान पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. हर किसी की आंखें नम हो गईं. हर जुबान पर जवान की बहादुरी की चर्चा रही. महराजगंज के फरेन्दा थाना क्षेत्र के हरपुर के रहने वाले पंकज त्रिपाठी (29 वर्ष) सीआरपीएफ में कांस्टेबल के पद पर जम्मू कश्मीर में तैनात रहे हैं.


गुरुवार को आतंकी हमले में उन 42 जवानों के साथ पंकज त्रिपाठी भी शहीद हो गए. शहीद का शव उनके पैतृक गांव हरपुर शनिवार सुबह लगभग 11 बजे पहुंचा. तीन साल के मासूम बेटे के पिता पंकज त्रिपाठी को इस हाल में देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं. अंतिम संस्कार के लिए आज शहीद का शव महराजगंज के त्रिमुहानी घाट पर लाया गया. शवयात्रा में हजारों लोग शामिल रहे.


घाट पर केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह, सांसद पंकज चौधरी, पूर्व सांसद अखिलेश सिंह, पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय, तलत अजीज, जिले के सभी विधायक सभी दलों के जन प्रतिनिधि और डीएम, आईजी, एसपी समेत बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. घाट पर जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ आनर दिया.


आतंकी हमले में शहीद पंकज त्रिपाठी के परिवार को प्रभारी मंत्री रमापति शास्त्री ने सरकारी मदद का ऐलान किया. शहीद जवान पंकज त्रिपाठी की पत्नी रोहिणी को 25 लाख रुपए का चेक दिया गया. परिवार के एक सदस्य को नौकरी राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी. पत्नी रोहिणी के नाम 0.386 हेक्टेयर कृषि भूमि का आवंटन किया गया.


शहीद पंकज स्मृति-द्वार और शहीद पंकज स्मारक स्थली के निर्माण के साथ मेन रोड से शहीद के आवास तक मार्ग पर पथ प्रकाश की सुविधा देने का आश्वासन दिया. इसके अलावा बेलहिया प्राथमिक विद्यालय तक सम्पर्क मार्ग बनाने, बेलहिया प्राथमिक विद्यालय का कायाकल्प और शहीद पंकज के नाम से इसका नामकरण भी किया जाएगा.