मुंबई: कोरोना वायरस के प्रभावित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के लोगों को संबोधित किया. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से लड़ रहे लोगों का साथ दीजिए. 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए अपने घरों की लाइट बुझा कर दीया जलाने को कहा. महाराष्ट्र सरकार के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने प्रधानमंत्री के इस मुहिम की आलोचना की. उन्होंने कहा है कि वह रविवार को दीए नही जलाएंगे.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री गरीबों के विषय में कुछ बोलेंगे पर भाषण सुनने के बाद उन्हें निराशा ही मिली. अपना विरोध जाहिर करते हुए जितेंद्र ने यह भी कहा कि वह समझ नहीं पा रहे हैं कि क्यों सरकार हर चीज का इवेंट बनाने में लगी है. यह सब कुछ बेहद बचकाना और बेवकूफी से भरा हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि वह लगातार गरीब और ज़रूरतमंद लोगों से मिलकर उनकी मदद कर रहे हैं.
जितेंद्र का कहना है कि वह मोमबत्ती और दीए में पैसे खर्च करने की बजाय गरीबों को पैसा देना पसंद करेंगे. जितेंद्र ने साफ कर दिया है कि वह अपने घर की सारी लाइट जलाए रखेंगे और एक भी मोमबत्ती नहीं जलाएंगे. प्रधानमंत्री के भाषण को लेकर जितेंद्र ने कहा की उन्हें उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री अपने भाषण में लोगों को आश्वासन देंगे.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को जरूरी सामान जैसे सैनेटाइजर, मास्क और परीक्षण किट की पर्याप्त व्यवस्था के विषय में बात करनी चाहिए थी. लेकिन मोदी ने ऐसा कुछ नहीं बोला. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने लोगों को सामूहिक जज्बा दिखाने के लिए रविवार रात 9 बजे अपने घर की लाइट बंद कर दीया, मोमबत्ती और मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाने की अपील की है.