मेरठ: प्रदेश बीजेपी कार्यसमिति की बैठक से ठीक पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडेय ने कार्यसमिति का ऐजेन्डा साफ कर दिया है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यूपी से 73 सीटें जीतने का लक्ष्य लिया है. कार्यसमिति इस लक्ष्य पर चर्चा के बाद मुहर लगायेगी और रणनीति बनाकर इस लक्ष्य को पूरा करने की जिम्मेवारी खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी के सांसद और विधायकों को सौंपगे. बीजेपी अध्यक्ष ने राममंदिर निर्माण के पार्टी के संकल्प पर कहा कि मंदिर मुद्दा कभी पार्टी का चुनावी मुद्दा नहीं रहा.


जनता के बड़े आशीर्वाद की बदौलत बड़ा लक्ष्य


मेरठ पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष ने देर शाम होटल गॉडविन में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर-प्रदेश की जनता ने बीजेपी को उम्मीद से बेहतर आशीर्वाद दिया है. 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का लक्ष्य 65 सीटें जीतने का था मगर जनता ने हम पर बेशुमार भरोसा जताते हुए हमें 71 सीटें दी. इसी तरह विधानसभा 2017 के चुनाव में पार्टी के लक्ष्य 265 के बजाय पार्टी का सम्मान करते हुए 325 सीटों पर जीत दी. अबकी 2019 लोकसभा में पार्टी उत्तर-प्रदेश की 73 सीटों पर विजय हासिल करेगी, ऐसी हमें उम्मीद है.


राममंदिर बीजेपी के चुनावी मुद्दे में कभी नहीं रहा


बीजेपी अध्यक्ष ने राममंदिर के मुद्दे पर पार्टी का स्टैंड साफ करते हुए कहा कि मंदिर बीजेपी के चुनावी ऐजेन्डे में कभी नहीं रहा. 1989 में पालमपुर में राममंदिर निर्माण के प्रस्ताव का बीजेपी ने समर्थन किया था. राममंदिर देश की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है और देश के करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का विषय है. इसे चुनावी मुद्दा कभी नहीं बनाया. केन्द्र और राज्य की बीजेपी सरकार हमेशा से विकास और सेवा के मुद्दे पर चुनाव लड़ते आये हैं.



चुनाव जीतने के टिप्स देगें अमित शाह


प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में 2019 चुनाव पर विस्तृत चर्चा होनी है. मसौदा तैयार करके कार्यसमिति उस पर निर्णय लेगी और प्रदेश के कोने-कोने से आये संगठन के पदाधिकारियों, नेताओं से मशविरा करके जीत का लक्ष्य कैसे पूरा हो, इस पर रणनीति बनाई जायेगी. पार्टी इस लक्ष्य को भेदने के लिए एक दिन भी खराब नहीं करना चाहती है इसलिए 12 अगस्त को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ प्रदेश में पार्टी के विधायक और सांसदों के साथ कार्यसमिति की बैठक के बाद मंथन होगा और सभी को जिम्मेवारी दी जायेगी.


कैराना कसैला अनुभव, करिश्मे की उम्मीद


कैराना और उससे पहले गोरखपुर और फूलपुर उप-चुनाव में पार्टी की हार पर यूपी बीजेपी अध्य़क्ष ने कहा कि हमने पिछले चुनावों की अपेक्षा बढ़त बनाई, लेकिन जीत से ठीक पहले रूक गये. 2019 का चुनाव मोदी जी के करिश्माई और विश्वसनीय व्यक्तित्व के नेतृत्व में लड़ा जायेगा. मोदी जी की कुशल जनसेवा और विशाल व्यक्तित्व का लोहा अब दुनिया भी मानती है. अपनी बात को तर्क से जोड़ते हुए उन्होने कहा कि राज्यसभा में बीजेपी के संख्याबल के बारे में सभी जानते हैं, बाबजूद इसके मोदी जी की रणनीति के तहत कांग्रेस के वर्षो पुराने वर्चस्व के व्यूह को तोड़कर राजग का उपसभापति नियुक्त किया गया है. इसी नये परिदृश्य में 2019 का चुनाव होगा.


एससीएसटी कानून में बदलाव जनभावनाओं का सम्मान है


एससीएसटी एक्ट पर बदलाव के बिल से जुड़े सवाल पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जो विषय रखा था, उसको लेकर देश में तमाम भ्रांतियां फैलाई गई. देश के कई हिस्सों में इसे लेकर तनाव था. संसद देश की जनभावनाओं को प्रतिबिम्बित करने का उचित मंच है. इस नाते संसद में सभी दलों ने विचार करके एकमत से निर्णय लिया और देश में फैल रहे तनाव को खत्म करने की कोशिश की गई है. दोषी को सजा मिलेगी और निर्दोष को इस कानून से कोई कठिनाई नही होगी, ऐसा इस कानून का प्रावधान है. दलित समाज बीजेपी की प्राथमिकता है. इस समाज ने वर्षो से कठिनाई झेली है यह कानून उनका मददगार बने, ऐसी सरकार की भावना है.