उन्नाव: उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार सुबह सीताराम कॉलोनी निवासी एक बुजुर्ग शख्स की पुलिस लापरवाही के चलते मौत हो गयी. मृतक बर्तन कारोबारी था जिसे हृदय आघात आया था. अस्पताल जाने के लिये कारोबारी के बेटे ने जिला प्रशासन समेत कई अधिकारियों को फोन कर पुल से निकलने के लिए मिन्नतें कीं लेकिन गंगाघाट पुलिस नहीं पिघली. जिसके बाद वह अपनी कार से पिता को इलाज के लिए बैराज मार्ग पर जा रहा था. इसी दौरान रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.
सीताराम कॉलोनी निवासी बर्तन कारोबारी कृष्ण कुमार वर्मा उम्र 70 वर्ष को मंगलवार सुबह छ बजे दिल का दौरा पड़ा. जिसके बाद उनके बेटे सियाराम वर्मा ने स्थानीय पुलिस को फ़ोन कर पुल से निकलने की अनुमति मांगी लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी. जिसके बाद वह खुद अपनी कार से बैराज मार्ग होते हुए कार्डियोलॉजी कानपुर जा रहा था. इधर सरैया क्रॉसिंग भी बंद थी कुछ देर बाद क्रॉसिंग खुली जिसके बाद वह कानपुर जाने लगा. बैराज मार्ग पर पहुंचते ही बर्तन कारोबारी कृष्ण कुमार ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने जिला प्रशासन द्वारा पुल बंद किए जाने से मौत का कारण बताया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि अगर पुल खुला होता तो समय से पिता को कार्डियोलॉजी पहुंचाया जा सकता था. इससे पहले बेटे ने कई निजी अस्पतालों से ऑक्सीजन सिलेंडर मांगा लेकिन किसी ने नहीं दिया पुल बंद होने से हार्ट अटैक पड़ने से कई लोगों की जान पहले भी जा चुकी है.
वही मीडिया से बात करते हुए उन्नाव जिला अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि आज सूचना मिली है कि एक बुजुर्ग की हृदयाघात से मौत हो गई है. मृतक के बेटे का आरोप है कि उसे पुल से निकलने नहीं दिया गया. जिलाधिकारी ने 5 मई को ही लिखित आदेश कर बीमार लोगों को निकलने की अनुमति दी थी फिर भी इनको क्यों नहीं निकलने दिया गया. इसके लिए पूरे मामले की जांच कराने के लिए 3 सदस्य जांच टीम गठित कर दी है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं जिलाधिकारी ने मृतक के परिवार को लेकर संवेदना भी व्यक्त की.