भोपाल: आम तौर माना जाता है कि पत्नियों को मुकाबले पतियों की इनकम ज्यादा होती है. लेकिन मध्य प्रदेश चुनाव में कई नेताओं के द्वारा चुनाव आयोग को अपनी कमाई के संबंध में जमा किए गए एफिडेविट में गंगा उल्टी बहती नजर आ रही है. प्रदेश के कई कद्दावर नेता कमाई के मामले में अपनी पत्नियों के सामने उन्नीस नजर आए हैं. यहां तक की खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी सालाना कमाई के मामले में अपनी पत्नी साधना सिंह से पीछे हैं.


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सालाना आय 19.7 लाख रुपये है जबकि पत्नी साधना सिंह की वार्षिक आय 37 लाख रुपये है. जो उनके पति की तुलना में लगभग दोगुनी है. पिछले चुनाव में शिवराज ने बताया था कि उनकी आय 17.12 लाख रुपये थी जबकि साधना सिंह की आय 20.5 लाख रुपये थी.


मंत्री भूपेंद्र सिंह की पत्नी की सालान आय 4.5 करोड़ रुपये है, जबकि उनकी सालाना आय सिर्फ 97 लाख है. मंत्री राजेंद्र शुक्ला की पत्नी के लिए भी यही बात है. उनके हलफनामे में सिर्फ 6.6 लाख रुपये की सालाना आय बताई गई है जबकि उनकी पत्नी प्रीति की सालाना आय 26.66 लाख रुपये है. 2013 के चुनाव के बाद कांग्रेस से बीजेपी में आने वाले मंत्री संजय पाठक साल में 85 लाख रुपये कमाते हैं जबकि उनकी पत्नी की सालाना आय 1.4 करोड़ रुपये हैं.


इसी तरह के कई उदाहरण कांग्रेस में भी देखने में भी मिले हैं. कांग्रेस के कद्दावर नेता सुरेश पचौरी की सालाना आया 19.99 लाख रुपये है, जबकि उनकी पत्नी की सालाना आय 22.61 लाख रुपये है. राज्य कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जितु पटवारी की पत्नी की आय लगभग 15 लाख रुपये के आसपास है, जबकि जीतू पटवारी की आय 10.32 लाख रुपये है. कांग्रेस से चार बार के विधायक और पूर्व मंत्री बाला बच्चन सालाना 7.2 लाख रुपये कमाते हैं जबकि उनकी पत्नी की वार्षिक आय 10.32 लाख रुपये है.


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