वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने बताया कि लीवर की बीमारी से पीड़ित आरोपी ने लूट की घटना को अंजाम देने के लिए सात बोतल बीयर पी और जब उसे लगा कि वह कहीं दांव लगा सकता है तो दो किमी दूर शहर की सबसे सुरक्षित मानी जानी वाली गेट बंद कालोनी पहुंच गया.
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उन्होंने बताया कि वह करीब दो घण्टे तक फिजियोथेरेपिस्ट के घर के निकट घात लगाए रहा और जब उसे विश्वास हो गया कि इस घर में कोई मर्द (अथवा प्रतिकार करने लायक कोई अन्य व्यक्ति) नहीं है तो वह उसमें घुस गया और लूट का प्रयास करने लगा.
अधिकारी ने बताया कि महिला चिकित्सक को काबू में न कर पाने पर साथ लाए चाकू से एकसाथ कई वार कर दिए. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. यह चाकू भी उसने शराब के ठेके के पास से ही मात्र 20 रुपए में खरीदा था.
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गौरतलब है कि 13 जुलाई की शाम महिला फिजियोथेरेपिस्ट खुशबू अग्रवाल की गला रेतकर हत्या कर दी थी. अधिकारी ने बताया आरोपी रवींद्र की पत्नी ने उसे तीन लाख रुपया कमा कर लाने के बाद घर वापस आने की शर्त रखी थी, क्योंकि वह घर छोड़ कर अपने जीजा के घर रहने चली गयी थी. उन्होंने बताया कि रवींद्र ने इसी शर्त को पूरा करने के लिए इस हत्या को अंजाम दिया था.