इलाहाबाद: यूपी के मथुरा के जवाहरबाग मामले के मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव का डीएनए टेस्ट अब लखनऊ के बजाय राजधानी दिल्ली में होगा. जांच एजेंसी सीबीआई ने आज इलाहाबाद हाईकोर्ट को बताया है कि लखनऊ की फारेंसिक लैब में डीएनए जांच के आधुनिक उपकरण और सुविधाएं नहीं हैं, इसलिए रामवृक्ष समेत जवाहरबाग मामले से जुड़े कुछ दूसरे लोगों का डीएनए टेस्ट अब दिल्ली की फारेंसिक लैब में कराया जाएगा.


 तीन हफ्ते में डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट


मामले की सुनवाई कर रही हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने सीबीआई को रामवृक्ष और दूसरे लोगों का डीएनए टेस्ट तीन हफ्ते में करा लेने को कहा है. अदालत ने अपने फैसले में कहा है कि डीएनए टेस्ट की पूरी प्रक्रिया तीन हफ्ते में पूरी कर ली जानी चाहिए.


अदालत ने सीबीआई को अगली सुनवाई पर डीएनए टेस्ट रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने को भी कहा है. यह आदेश चीफ जस्टिस डी बी भोसले और जस्टिस यशंवत वर्मा की डिवीजन बेंच ने विजय पाल सिंह तोमर व अन्य की पीआईएल पर सुनवाई के बाद दिया है.


अब तक 112 लोगों से पूछताछ


अदालत में आज हुई सुनवाई के दौरान सीबीआई के दोनों जांच अधिकारी कोर्ट में मौजूद थे. जांच अफसरों ने कोर्ट को बताया कि सीबीआई इस मामले में अब तक 112 लोगों से पूछताछ कर चुकी है. इनमे से अड़तालीस गवाह हैं. हालांकि कोर्ट सीबीआई की अब तक की जांच से संतुष्ट नहीं थी और उसने सीबीआई से तेजी लाने को कहा.


सीबीआई ने मामले की जांच पूरी करने के लिए छह महीने का और वक्त माँगा, जिसे कोर्ट ने फिलहाल नामंजूर कर दिया. अदालत ने कहा कि सात जुलाई को होने वाली अगली सुनवाई पर वह इस बारे में विचार करेगी. अदालत ने दोनों जांच अधिकारियों को अगली सुनवाई पर भी कोर्ट में मौजूद रहने को कहा है.