राम मंदिर पर बंद हो राजनीति, सुप्रीम कोर्ट के फैसले का करें इंताजर: कल्बे जव्वाद
शिया धर्म गुरु ने कहा कि बातचीत से अगर इस मसले का हल नहीं निकला तो फिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंताजर करना चाहिए. जव्वाद ने साफ किया कि अगर अदालत में मस्जिद की जगह पहले मंदिर साबित हो जाता है तब मंदिर बनाने में हमें कोई भी ऐतराज नहीं होगा.
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक धार्मिक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा है कि राम मंदिर को लेकर राजनीति बंद होनी चाहिए. उन्होंने किसी दल का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ सियासी दल राजनीति कर रहे हैं, उसे तत्काल बंद कर देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि बातचीत से अगर इस मसले का हल नहीं निकला तो फिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंताजर करना चाहिए. जव्वाद ने साफ किया कि अगर अदालत में मस्जिद की जगह पहले मंदिर साबित हो जाता है तब मंदिर बनाने में हमें कोई भी ऐतराज नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि मंदिर का मुद्दा चंद लोग उठा रहे हैं. बीजेपी के सभी लोग उनके साथ नहीं हैं. हम चाहते हैं कि वहां शांति रहे लेकिन मंदिर के हक की बात करने वालों का मकसद मंदिर बनाना नहीं है बल्कि वहां अफरा-तफरी पैदा कर समाज को बांटना है. अगर सौ फीसदी यह साबित हो जाता है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद की जगह मंदिर था तब उसे मुसलमानों को मान लेना चाहिए.
शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि हमारा उनसे कोई वास्ता नहीं है. जव्वाद ने कहा, हम अपने मुल्क में अमन चाहते हैं. रही बात अयोध्या पर फिल्म बनाने की जिसकी लागत 13 से 14 करोड़ रुपये है, यह सब वक्फ बोर्ड का पैसा है. इससे अच्छा है कि बच्चों की बेहतर भविष्य के लिए काम करें.
शिया धर्म गुरु ने मुख्यमंत्री योगी की तारीफ करते हुए कहा कि हाल ही में अयोध्या मसले पर कुछ दिन अकारण तनाव रहा लेकिन सीएम ने उस पूरे मामले को बखूबी हल कर अयोध्या धर्म संसद में पहुंचे लोगों का आयोजन संपन्न करा दिया. इसी तरह बुलंदशहर में लाखों लोग इज्तमा में जुटे. तभी जिले में एक विवाद हो गया लेकिन सीएम और उनकी पुलिस ने बड़ी सलीके से उसका निपटा दिया. पुलिस के इंस्पेक्टर ने जान देकर भी हालात बिगड़ने नहीं दिए.