नई दिल्ली: निकाय चुनावों में बीजेपी की जीत हुई है और इसके बाद ईवीएम मशीनें एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गई हैं. बसपा प्रमुख मायावती के अलावा सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी ईवीएम पर सवाल उठाए हैं. ये पहला मौका नहीं है जब ईवीएम पर सवाल उठाए गए हों. इससे पहले भी ईवीएम मशीनों को हैक किए जाने और ईवीएम टेम्परिंग के आरोप लग चुके हैं.



मायावती ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर बीजेपी ईमानदार है और लोकतंत्र में भरोसा रखती है तो बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराए. आम चुनाव 2019 में हैं. अगर बीजेपी को विश्वास है कि जनता उसके साथ है तो फिर डर क्या है. मेरी गारंटी है कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव होगा तो बीजेपी सत्ता में नहीं लौटेगी.



सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा,"बीजेपी कहती है कि 16 सीटों में से 14 पर वो जीत गई, 2 बसपा जीत गई और कांग्रेस-सपा गायब हो गए. हम कहते हैं कि बीजेपी द्वारा जीते गए जिन इलाकों में ईवीएम से वोट पड़े हैं वहां उसे 46 प्रतिशत वोट मिले हैं और जहां बैलेट पेपर से वोट पड़े हैं वहां 15 प्रतिशत वोट मिले हैं।"


सपा नेता आजम खान ने कहा कि अगर टेम्परिंग नहीं की है तो सेटिंग की गई है. जहां ईवीएम इस्तेमाल हुए वहां भाजपा जीती लेकिन जहां बैलेट पेपर इस्तेमाल हुए वहां जीत समाजवादी पार्टी की हुई है.


दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जीत का पूरा श्रेय अपने कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा कि पार्टी की नीतियों को जनता तक पहुंचाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं का आभार. सभी मतदाताओं का भी आभार.