लखनऊ: यूपी में बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि पीएम मोदी महाराष्ट्र की लोकल चुनाव की जीत को यूपी में भुनाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन जनता गुमराह होने वाली नहीं है. पीएम लोकल चुनाव का जिक्र यूपी में इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि बीजेपी की हालत यहां खराब है.
बीएसपी की प्रेस रिलीज में कहा गया ‘महाशिवरात्रि‘ के त्योहार पर समस्त देशवासियों और ख़ासकर उत्तर प्रदेश के लोगों को हार्दिक शुभकानायें. महाराष्ट्र और ओडिसा के नगर निकाय चुनावो की जीत को भी यहां उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव में बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी भुनाने की कोशिश से भी अब उत्तर प्रदेश की जनता गुमराह होने वाली नहीं है. क्योंकि इन्हें यह मालूम है कि ओडिसा में नगर-निकायों में बीजेपी का वर्चस्व होने के बावजूद भी वहां बीजू जनता दल की ग़ैर-बीजेपी सरकार है. इसी प्रकार दिल्ली महानगर पालिका में बीजेपी का कब्जा है, जबकि दिल्ली में सरकार अरविन्द केजरीवाल की 'आप' पार्टी की है.
मायावती ने आज जारी एक शुभकामना संदेश में यह भी कहा कि सभी धार्मिक त्योहारों को उससे जुड़ी श्रद्धा और जनकल्याण की भावना से मनाने से ही समाज में सुख-शान्ति और खुशहाली संभव है. लोगों को मिलजुलकर आपसी सद्भाव के साथ ही पूरी धार्मिक श्रद्धा के साथ त्योहार मनाने चाहिये, यही सही धार्मिक उपदेश हैं.
इसके अलावा, अपनी प्रतिक्रिया में मायावती ने यह भी कहा कि बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शमशान घाट, कब्रिस्तान और गुजरात के गधों आदि के साथ-साथ एक मुद्दा और भी भुनाया जाने लगा है. महाराष्ट्र और ओडिसा राज्यों के नगर निकायों के चुनाव परिणामों को यहां उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा आम चुनाव में भुनाने की कोशिश करने से भी अब उत्तर प्रदेश की जनता गुमराह होने वाली नहीं हैं. लेकिन इससे यह सब साबित करता है कि बीजेपी की हालत यहां काफी ज्यादा खराब है. हालांकि इस बारे में इन्होंने महाराष्ट्र से पहले भी यहां ओडीसा नगर निकायों के चुनाव को भी भुनाने का पूरा-पूरा प्रयास किया जबकि वहां ओडीसा राज्य में बीजू जनता दल की गैर-बीजेपी सरकार है. इसी प्रकार दिल्ली नगर महापालिका में बीजेपी का कब्जा है जबकि दिल्ली में सरकार अरविन्द केजरीवाल की ‘‘आप‘‘ पार्टी की है इन दोनों चुनाव में अन्तर होता है.
मायावती ने कहा कि कुल मिलाकर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों को वरगलाने की लाख कोशिशें कर लें, परन्तु उत्तर प्रदेश की जनता इन्हें यहां हो रहे विधानसभा आम चुनाव में लोकसभा चुनाव की वादाखिलाफी और इनकी बिना पूरी तैयारी के नोटबन्दी करने की भी सजा ज़रूर देगी.