लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तमाम आरोप लगाने वाली बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती पर पलटवार करते हुए कहा कि वह केवल राजनीतिक पर्यटन के उद्देश्य के लिए लखनऊ आती हैं और बयान देकर चली जाती हैं.


बीजेपी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि मायावती की उत्तर प्रदेश के प्रति संवेदना इस बात से प्रकट होती है कि वह तीन महीने में एक बार राजनीतिक पर्यटन पर लखनऊ आ जाती हैं और बयान देकर वापस लौट जाती हैं.


उन्होंने आरोप लगाया कि बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष की राजनीति अपना विकास और कुनबे के लूटतंत्र तक सीमित है. उनके मुंह से अनुसूचित जातियों-आदिवासियों के विकास की बात कोरी कल्पना के सिवा कुछ नहीं है. जिस कांग्रेस के राज में अनुसूचित जातियों, आदिवासियों का उत्पीड़न हुआ, भ्रष्टाचार चरम पर पहुंचा उसके साथ खड़ी होकर मायावती सत्ता का सुख उठाती रहीं. जिस सपा के राज में प्रदेश में अनुसूचित जातियों के साथ अत्याचार और ज्यादती की इंतहा हो गई, मायावती आज उनके साथ हाथ मिला रही हैं.


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह पार्टी लोकसभा में शून्य और विधानसभा में मात्र 19 सीटों पर सिमट गई है. मायावती शायद भूल गई हैं कि जनता ने उनके द्वारा किये गए भ्रष्टाचार के कारण ही उन्हें गद्दी से उतार फेंका है.


पाण्डेय ने कहा कि बीजेपी हमेशा सम्बन्धों को प्राथमिकता देती है, लेकिन मायावती ने हमेशा सम्बन्धों की मर्यादा को तोड़ा है. जिस समय समाजवादी पार्टी के गुंडे उनको बेइज्जत करके मारने का प्रयास कर रहे थे, तब बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने ही उनकी रक्षा की थी. उनको उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य का तीन बार मुख्यमंत्री भी उन्हीं सम्बन्धों को निभाते हुए बनाया था. मगर उन्होंने सम्बन्धों का निर्वाह कभी नहीं किया.


उन्होंने कहा कि मायावती ने बीएसपी के संस्थापक और दलितों के मसीहा कांशीराम के साथ क्या किया ये पूरा देश-प्रदेश जानता है? आज भी कांशीराम का परिवार मायावती के खिलाफ अपने सम्मान की लड़ाई लड़ रहा है.