दिग्विजय ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि मायावती को केंद्र सरकार डरा रही है, उन पर मोदी और अमित शाह दबाव बना रहे हैं. इसी वजह से विपक्षी एकता बनाने में मुश्किल आ रही है. दिग्विजय ने कहा था कि मायावती को डर है कि अगर वो बीजेपी के खिलाफ गईं तो ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां उनके केस में तेजी ला सकती हैं और इससे मायावती की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
दिग्विजय सिंह के बयान को गलत करार देते हुए मायावती ने कहा कि हम बाबा साहब के अनुयायी हैं और हम किसी के हाथ का खिलौना नहीं बनते.' दिग्विजय सिंह पर बड़ा आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि दिग्विजय सिंह सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों के डर से बीएसपी और कांग्रेस गठबंधन नहीं होने देना चाहते हैं. उन्होंने कहा इसके पीछे दिग्विजय सिंह का निजी स्वार्थ है.
मायावती ने दिग्विजय सिंह को बीजेपी का एजेंट भी बताया है.
गठबंधन पर बोलते हुए मायावती ने कहा, 'बीएसपी से गठबंधन करने स पहले यह ज़रूर याद रखना चाहिए कि यह संघर्षों से निकली हुई पार्टी है. मायावती ने कहा कि सोनिया और राहुल गांधी दिल से कांग्रेस का गठबंधन चाहते हैं लेकिन दिग्विजय सिंह जैसे नहीं चाहते कि बीएसपी और कांग्रेस का गठबंधन हो.
बता दें कि इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव के पहले बीएसपी सुप्रीमो ने अपना रुख साफ कर दिया है. मायावती का कहना है कि बीएसपी राजस्थान और मध्य प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ेगी. हमारा कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस गठबंधन की आड़ में बीएसपी की पहचान खत्म करना चाहती है. कांग्रेस जातिवादी पार्टी है.
मायावती के इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद रणदीप सुरजेवाला ने कहा, " बीएसपी चीफ मायावती ने भावनाएं व्यक्त की हैं, हम उनकी भावना का आदर करते हैं. अगर राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मायावती में विश्वास है और बीच में सलवटें आ रही हैं तो हम उनको ठीक कर लेंगे.''