लखनऊ: बीएसपी सुप्रीमो मायावती, लखनऊ के जिस सरकारी बंगले में रहती हैं उसे बचाने के लिए अब उन्होंने नया दांव चल दिया है. उन्होंने ने दूसरा सरकारी घर खाली कर दिया है. इस घर की चाबी उन्होंने चिट्ठी से राज्य संपत्ति विभाग को भेज दी हैं. राज्य संपत्ति अधिकारी ने खुद चाबी लेने से मना कर दिया था.
मायावती समेत छह नेताओं को भेजा गया था नोटिस
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करने को कहा था. कोर्ट के आदेश पर योगी सरकार ने मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, राजनाथ सिंह और मायावती समेत छह नेताओं को नोटिस भेजा था. इन सबको 2 जून तक घर छोड़ने को कहा गया था. लेकिन अब तक सिर्फ राजनाथ सिंह ने ही सरकारी बंगला खाली किया है. मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट से घर में और दो साल तक रहने की इजाजत मांगी है.
चार बार यूपी की सीएम रह चुकी मायावती 23 सालों से लखनऊ के 13 माल एवेन्यू वाले बंगले में रहती हैं. ये घर उन्हें राज्य सरकार से मिला है. जिसके बदले वे हर महीने 42 सौ रुपये का मामूली किराया भी देती हैं. सीएम रहते हुए मायावती ने 2011 में अपने नाम एक और बंगला करवा लिया था.
पूर्व सीएम को एक ही घर दिए जाने का नियम है
नियम तो पूर्व सीएम को एक ही घर दिए जाने का है लेकिन बहिन जी ने सीएम रहते हुए 6 लाल बहादुर शास्त्री का घर अपने नाम करवा लिया था. अब वे चाहती हैं कि 13 माल एवेन्यू का घर काशीराम मेमोरियल गेस्ट हाउस बन जाए. इसी घर में वह रहती हैं. मायावती का कहना है कि बीएसपी के संस्थापक कांशीराम यहीं रहा करते थे. इस घर में कांशीराम की मूर्ति भी लगी हुई है. बहिन जी इस सरकारी बंगले को छोड़ने के मूड में नहीं हैं. वैसे इनके पास लखनऊ में अपने दो मकान भी हैं.