नई दिल्लीः बीएसपी सुप्रीमो मायावती का जन्मदिन इस बार लखनऊ और दिल्ली दोनों जगह मनाया जाएगा. 15 जनवरी को सुबह लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर जन्मदिन मनाया जाएगा. दोपहर बाद वह दिल्ली चली जाएंगी. वहां जन्मदिन समारोह में सहयोगी दलों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है. करीब साढ़े तीन महीने बाद लखनऊ पहुंची मायावती चुनावी मूड में दिखीं. उन्होंने आते ही भाईचारा कमिटियों की बैठक ली. उसके बाद पार्टी के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों, विधायकों और पूर्व विधायकों से एक-एक करके मुलाकात की. सभी को अभी से चुनाव तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए.


बीएसपी प्रमुख मायावती का जन्मदिन हर साल 'जन कल्याणकारी दिवस' के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन वह अपने कार्यालय पर प्रदेश पदाधिकारियों और लखनऊ मंडल के पदाधिकारियों से मिलती हैं. यहीं पर अपनी लिखी हुई पुस्तक 'मेरे संघर्षमय जीवन का सफरनामा' का लोकार्पण करती हैं. इसके अलावा प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों पर भी उनका जन्मदिन मनाया जाता है. वहां पर पार्टी के जोनल स्तर के नेता पहुंचते हैं. गरीबों को भोजन, कपड़े और अन्य जरूरी सामान बांटते हैं.


लोकसभा चुनाव से पहले पड़ रहे जन्मदिन पर सभी की निगाह है. माना जा रहा है कि मायावती जन्मदिन पर गठबंधन पर स्थिति साफ कर सकती हैं. वह लोकसभा चुनाव अभियान और रैलियों का भी ऐलान कर सकती हैं. वह अपने जन्मदिन 15 जनवरी तक लखनऊ में ही रहेंगी. सूत्रों का कहना है कि मायावती इस दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ भी बैठक कर सकती हैं. इसमें सीटों के बंटवारे पर चर्चा करेंगी. खासतौर से यह जानने की कोशिश होगी कि कहां पर एसपी उम्मीदवार को उतारा जाए और कहां बीएसपी प्रत्याशी. इसके अलावा आरएलडी या अन्य किसी छोटे दल को गठबंधन में शामिल करना है तो उसको कितनी और कौन सी सीट दी जाए. इस बीच वह लगातार अपनी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भी फीडबैक लेंगी.


मायावती करीब साढ़े तीन महीने बाद गुरुवार को शाम साढ़े पांच बजे लखनऊ स्थित अपने बंगले पर पहुंचीं. यहां सबसे पहले उन्होंने भाईचारा कमिटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने समाज के सभी वर्गों के साथ अभी से बैठकें कर पार्टी की नीतियों को पहुंचाने के निर्देश दिए. कहा कि समाज के सभी वर्गों की भागीदारी पार्टी में सुनिश्चित कराई जाए. खासकर युवाओं और महिलाओं को 50 फीसदी पदों पर जगह दी जाए. उसके बाद पार्टी के सभी विधायक और पूर्व विधायक मायावती से मिले. सभी से हालचाल लिया.


पार्टी सूत्रों का कहना है कि बसपा के सहयोगी दलों सपा, जेडीएस, छत्तीसगढ़ कांग्रेस, इनेलो, आरजेडी, तृणमूल कांग्रेस सहित कई दलों के नेताओं को भी जन्मदिन में शामिल होने का न्योता दिया गया है. गुरुवार को हुई बैठक में तय किया गया कि इन सभी से दिल्ली में मुलाकात ठीक रहेगी. वहां से सभी पार्टियों की एकजुटता यही वजह है कि जन्मदिन लखनऊ के अलावा दिल्ली में भी मनाने का निर्णय लिया गया है. मायावती लखनऊ में जन्मदिन मनाने के बाद दिल्ली के लिए निकल जायेंगी.