बीएसपी प्रमुख मायावती के भाई आनंद कुमार के खिलाफ बेनामी संपत्ति की शिकायत मिलने के बाद इनकम टैक्स ने आरंभिक जांच शुरू कर दी है. इसके तहत इनकम टैक्स विभाग ने कुछ बिल्डरों को नोटिस भेजा है. आरोप है कि जिन बिल्डरों को नोटिस भेजा है उनकी जमीन में मायावती के भाई आनंद कुमार का बेनामी हिस्सा है.
यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिहाज से मायावती के भाई पर बेनामी संपत्ति का ये आरोप मायावती के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के बीच संभावित गठजोड़ को लेकर आज कहा कि ऐसा गठजोड़ तभी बनेगा, जब इससे बीजेपी को फायदा होगा.
मायावती ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस का गठजोड़ तभी होगा, जब बीजेपी उसकी मंजूरी दे और यदि वह महसूस करती हो कि उसे इससे फायदा होगा. ऐसे गठजोड़ से फायदा और नुकसान का आकलन करने के बाद ही बीजेपी ऐसे गठजोड़ के लिए हरी झंडी देगी.’ उन्होंने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और उनके परिवार पर आय से अधिक संपत्ति के मामलों और अन्य कमजोरियों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग और सीबीआई के जरिए दबाव बना रही है कि वह विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लडें, ताकि मुसलमान वोट विभाजित किया जा सके और बसपा को सत्ता में आने से रोका जा सके.
बीएसपी सुप्रीमो ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कांग्रेस से गठजोड़ करने को लेकर बार-बार दिये जा रहे बयानों का उल्लेख करते हुए सवाल किया कि पिछले विधानसभा चुनाव में अपने दम पर सरकार बनाने वाला व्यक्ति अगले चुनाव में गठजोड़ क्यों करना चाहता है?