प्रेमी के घर जाकर प्रेमिका ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा दान कर दिए जाएं मेरे अंग
आशंका जताई जा रही है कि छात्रा ने प्रेमी की बेवफाई से दुखी होकर यह कदम उठाया है. हालांकि सुसाइड नोट में उसने प्रेमी का जिक्र तक नहीं किया है. हालांकि कयास यही लगाए जा रहे हैं कि बेवफा प्रेमी को सबक सिखाने के लिए उसने उसी के कमरे में जाकर सुसाइड किया है.
इलाहाबाद : इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी से एमएड की पढ़ाई कर रही एक छात्रा ने अपने प्रेमी के घर पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. मौत को गले लगाने वाली छात्रा का प्रेमी एक डिग्री कालेज में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर है. खुदकुशी से पहले छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है. सुसाइड नोट में उसने अपनी मौत के लिए प्रेमी की नई महबूबा को ज़िम्मेदार ठहराया है.
आशंका जताई जा रही है कि छात्रा ने प्रेमी की बेवफाई से दुखी होकर यह कदम उठाया है. हालांकि सुसाइड नोट में उसने प्रेमी का जिक्र तक नहीं किया है. हालांकि कयास यही लगाए जा रहे हैं कि बेवफा प्रेमी को सबक सिखाने के लिए उसने उसी के कमरे में जाकर सुसाइड किया है.
पुलिस ने छात्रा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस बारे में पुलिस अफसरों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग का मिलान करने के बाद ही वह किसी नतीजे पर पहुंचेंगे. पुलिस अफसरों का यह भी कहना है कि अगर छात्रा के परिवार वाले प्रेमी असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज कराएंगे तो उस पर उचित कानूनी कार्यवाही की जाएगी.
यह सनसनीखेज मामला इलाहाबाद के कर्नलगंज इलाके का है. बनारस से आकर इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी से एमएड की पढ़ाई कर रही एमएड की छात्रा युनिवर्सिटी के वोमेंस हॉस्टल में रहती थी. यहां उसका संबंध प्रतापगढ़ के एक डिग्री कालेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर पढ़ाने वाले संजय नाम के टीचर से हुआ. दोनों ने एक दूसरे से प्यार करने लगे और शादी की तैयारियों में जुट गए थे.
प्रेमी संजय की नौकरी लगने के बाद उसकी दोस्ती अंजली नाम की एक दूसरी लड़की से भी हो गई. इस वजह से छात्रा का अपने प्रेमी से कई बार विवाद भी हुआ था. बहरहाल छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में अपने अंगों को किसी ज़रूरतमंद को दिए जाने की इच्छा भी जताई है. छात्रा ने उस वक्त सुसाइड किया, जब प्रेमी संजय प्रतापगढ़ में अपने कालेज गया हुआ था.