मेरठ: मेरठ में लव जेहाद के बहाने घर में घुसकर मेडिकल छात्र-छात्रा के साथ मारपीट और अभद्रता करने के मामले में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. पुलिस ने विहिप नेता मनीष लोहिया समेत 18 कार्यकर्ताओं को मुकदमें में नामजद किया है और 20-25 कार्यकर्ता अज्ञात बताए गए हैं. पुलिस को वारदात के 4 दिन बाद विहिप कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज करने की उस वक्त याद आई, जब पुलिस के हाथों छात्रा की पिटाई का वीडियो वायरल हो गया.
मेडिकल थाने के सब-इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार की ओर से दर्ज मुकदमें में आरोप है कि विहिप कार्यकर्ताओं ने संगठन के प्रांत प्रमुख मनीष लोहिया के नेतृत्व में जाग्रति बिहार स्थित उस घर में जबरन एंट्री की जहां मेडीकल छात्र रहता है और वारदात के वक्त छात्रा वहां आई हुई थी. आरोप है कि छात्र को लव जेहादी बताकर उनके साथ मारपीट की गयी और छात्रा के साथ मारपीट के अलावा अभद्रता हुई. घर में घुसे विहिप कार्यकर्ताओं ने दोनों को जान से मारने की धमकी भी दी. पुलिस ने आईपीसी की धारा 147, 323, 452, 298, 504 व 506 के तहत केस दर्ज किया है.
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि विहिप कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. जो अज्ञात है उनकी पहचान कराई जा रही है और जिन्हें पुलिस पहचान पाई है उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए सख्त कार्रवाई की जायेगी.
सुप्रीमकोर्ट के वकील अभिषेक राज सिंह ने बताया कि पुलिस ने केस में धाराओं का खेल किया है. किसी के घर में भीड़ की शक्ल में घुसकर उसके साथ धार्मिक आधार पर अभद्रता और मारपीट करना निजता के अधिकार का हनन है. संविधान की धारा 41 हमें अपने ढंग से जीने का अधिकार देता है. छात्रा के साथ हुई बदसलूकी की धाराएं बढ़ाये जाने की जरूरत है जिसके केस मजबूत हो सके और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो.
क्या था मामला
15 सितंबर को मेरठ के जाग्रति बिहार में विहिप कार्यकर्ताओं ने एक घर में घुसकर एक मुस्लिम छात्र की यह कहते हुए पिटाई की थी कि वह अपनी सहपाठी को लव-जेहाद के तहत प्रेमजाल में फांस रहा है. छात्रा के विरोध करने पर उसके साथ मारपीट और अभद्रता की गई. बाद में पुलिस को बुलाकर दोनो को थाने भेज दिया गया. थाने ले जाते वक्त पुलिसवालों ने छात्रा की पिटाई की, उसे धर्म के आधार पर अपशब्द कहे, गालियां दी और उनकी इज्जत तार-तार करते हुए उसके चेहरे से जबरन नकाब हटा दिया. रविवार को पुलिस ने शाम तक बेकसूर छात्र-छात्रा को बिना किसी शिकायत के शाम तक अवैध हिरासत में रखा. मंगलवार को पुलिस के हाथों छात्रा की पिटाई का वीडिय वायरल हो गया जिसके बाद 3 पुलिसवाले सस्पेंड कर दिये गये. बड़े अफसरों ने अब अपनी गर्दन फंसती देख विहिप कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है.