मेरठ: शहर के व्यापारियों ने हाथ जोड़कर प्रशासन से लगाई गुहार, बाजार खोलने की मांगी इजाजत
लॉकडाउन के बीच मेरठ कंटोनमेंट जोन में व्यापारियों ने प्रशासन से दुकानें खोलने की इजाजत मांगी है. व्यापारियों ने कहा कि वो गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करेंगे. व्यापारियों ने कहा कि यदि प्रशासन अनुमति देता है तो सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सभी सुरक्षा उपायों को अपनाएंगे.
मेरठ: मेरठ में कंटोनमेंट जोन को छोड़कर बाकी सभी इलाकों में दुकानें खुल गई हैं. प्रशासन ने नई गाइडलाइन के तहत दुकानों को खोलने की इजाजत दी है लेकिन शहर के व्यापारी निराश है. इसी को लेकर मंगलवार को व्यापारियों ने हाथ जोड़कर प्रशासन से गुहार लगाई और कंटोनमेंट जोन के दुकानदारों ने भी दुकानें खोलने की इजाजत मांगी. व्यापारियों ने कहा कि वो गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करेंगे.
दरअसल, शहर का अधिकांश इलाका कंटोनमेंट जोन में है, यही वजह है कि प्रशासन ने शहरी इलाकों में दुकाने खोलने की इजाजत नहीं दी. अब लॉकडाउन के बीच बाजार खोले जाने की मांग को लेकर व्यापारियों ने जिला प्रशासन के सामने अपनी बात रखी है। बेगमपुल व्यापार संघ ने इस संबंध में एक बैठक आयोजित की. इस बैठक की अध्यक्षता स्थानीय व्यापार संघ के अध्यक्ष राजेश सिंघल व संचालन महामंत्री पुनीत शर्मा ने किया.
व्यापारियों द्वरा इस बैठक में मांग की गई कि जिस तरह से अन्य जिलों में बाजारों को खोलने की छूट दी जा चुकी है उसी तरह मेरठ जिले में भी जिला प्रशासन उन्हें बाजार खोलने की अनमुति दे. बैठक के दौरान प्रस्ताव पारित किया गया कि प्रशासन के द्वारा सुबह 7 बजे से 12 बजे तक दुकान खोलने की अनुमति दी जाए. व्यापार संघ के अध्यक्ष संजय गोयल ने कहा कि हमें सबसे पहले अपनी सुरक्षा करनी है, सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए काम करना करना होगा.
इस दौरान व्यापारियों ने कहा कि यदि प्रशासन अनुमति देता है तो सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सभी सुरक्षा उपायों को अपनाएंगे. बैठक में बेगमपुल व्यापार संघ के संरक्षक मुकेश सिंगल, बेगमपुल व्यापार संघ के उपाध्यक्ष राजीव सिंघल, कोषाध्यक्ष महेंद्र सचदेवा, मंत्री राजा, जितेंद्र, गौरव, सुरेंद्र शर्मा, दीपक, अरुण कुमार, नीरज अग्रवाल, अनिल मित्तल आदि मौजूद रहे. बैठक खत्म होने के बाद सभी दुकानदारों ने सड़क पर हाथ जोड़कर प्रशासन से दुकानें खुलवाने की गुहार लगाई.