मेरठ: अखिल भारत हिन्दू महासभा द्वारा मुस्लिम समुदाय की शरिया अदालतों की तरह हिंदुओं के लिए गठित हिंदू न्यायपीठ की मुख्य न्यायाधीश डॉ. पूजा शकुन पांडे का कहना है कि इस हिंदू न्याय पीठ में लोगों को राम दरबार की तरह न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस पीठ में लव जिहाद और धर्मातरण जैसे मुद्दों की भी सुनवाई होगी.


अखिल भारत हिन्दू महासभा के कार्यालय में बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में हिंदू न्यायपीठ की मुख्य न्यायाधीश डा. पूजा शकुन पांडे ने कहा कि पीठ में लोगों को राम दरबार की तरह न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस पीठ के न्यायालय भवनों का नाम भी श्रीराम भवन होगा और पीठ में लव जिहाद और धर्मातरण जैसे मुद्दों की भी सुनवाई होगी.


स्वतन्त्रता दिवस को शोक दिवस मनाने वाली महासभा ने 15 अगस्त को मेरठ में हिंदू न्यायपीठ की स्थापना की थी. गुजरात के द्वारिका में मुरली आश्रम की महन्त मां पूजानन्द गिरि उर्फ डॉ. पूजा शकुन पांडेय को इस न्यायपीठ का पहला चीफ जस्टिस बनाया गया है.


उन्होंने बताया कि अभी तक 1435 मामले उनके पास आ चुके हैं लेकिन 2 अक्टूबर को बायलॉज का निर्माण होने के साथ ही सुनवाई आरंभ होगी और सजा का भी सुनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि सनातन धर्म की 200 पुस्तकों के आधार पर हिंदू न्याय पीठ का बायलॉज तैयार किए जा रहे हैं.


मनुस्मृति और महर्षि नारद की रचनाओं समेत अन्य पुस्तकों में वर्णित न्याय प्रक्रिया की तर्ज पर पीठ का संविधान बनाया जा रहा है. इस संविधान का भारतीय संविधान से कोई टकराव नहीं होगा. उन्होंने बताया कि आज बैठक में अभिषेक अग्रवाल और अशोक पांडे को पीठ का प्रवक्ता नियुक्त किया गया है.


महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि गांधी जी की हत्या कर गोडसे ने कोई अपराध नहीं किया था. अगर भारत का आज भी कोई विभाजन करने का प्रयास करेगा तो कई गोडसे सामने आ जाएंगे. उन्होंने कहा कि गांधी जी ने देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया पर देश का विभाजन करके उन्होंने ऐसी गलती की जिसे माफ नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि अगर नाथूराम गोडसे की जगह वह होती तो वह भी वही कदम उठाती जो गोडसे ने उठाया था.


न परीक्षा, न इंटरव्यू, तिलक-चंदन और मालाओं से हुई जज की नियुक्ति


बता दें कि हिंदू महासभा ने न्यायपीठ के लिए किसी कानून के विशेषज्ञ का सहारा नहीं लिया. महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पं0 अशोक शर्मा के मुताबिक न्यायपीठ की चीफ जस्टिस बनाई गयी डॉ. पूजा शकुन पांडेय उर्फ मां पूजानंद गिरि महासभा से बर्षो से जुड़ी है और वर्तमान में महासभा की राष्ट्रीय सचिव भी है. वह गणित की विद्यार्थी रही है और एमफिल और पीएचडी तक उनकी शिक्षा है. महासभा के कार्यालय में आयोजित समारोह में उन्हें चीफ जस्टिस की पदवी दी गई थी. इसके लिए उनका तिलक किया गया और महासभा के पदाधिकारियों ने उन्हें मालाऐं भी पहनाई.