मेरठ. लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज का परिसर जितना बड़ा है उतने ही बड़े परिसर में अस्पताल भी फैला है. इस अस्पताल में जहां एक तरफ इमरजेंसी वार्ड है तो वहीं परिसर में दूसरे छोर पर कई जांच केंद्र और वार्ड स्थित हैं.
अब तक इमरजेंसी से इन जांच केंद्रों और वार्डों तक मरीजों को पहुंचाने में अस्पताल के कर्मचारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी. मगर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एसके गर्ग और कोविड वार्ड के एसआईसी डॉक्टर सुधीर राठी ने संयुक्त प्रयास करते हुए इस मुसीबत का हल ढूंढ निकाला है.
दरअसल, इमरजेंसी से वार्डों और जांच केंद्रों तक मरीजों को लाने-ले जाने के लिए हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा ई-रिक्शा एंबुलेंस की पहल की गई है. मेडिकल कॉलेज के ईएमओ डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि इस ई-रिक्शा एंबुलेंस द्वारा इमरजेंसी से मरीजों को सीटी स्कैन और एमआरआई की जांच के लिए ले जाए जाने के साथ-साथ वार्डों तक छोड़ने की व्यवस्था भी की जाएगी. इससे जहां मरीजों का कई मिनटों का सफर मात्र आधे मिनट में तय हो जाएगा. वहीं, उन्हें परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा और मैन पावर भी बचेगी.
बताते चलें कि अब तक इमरजेंसी से मरीजों को जांच के लिए ले जाने और वार्ड तक छोड़ने के लिए कई वार्डबॉय और स्ट्रेचर की जरूरत पड़ती थी. वहीं, ई-रिक्शा एंबुलेंस के चलने के बाद अब मरीजों को काफी राहत मिलेगी.
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