मेरठ: आरोपी नहीं पकड़े गये तो केरोसिन डालकर आत्मदाह करने SSP ऑफिस पहुंची गैंगरेप पीड़िता
एसएसपी दफ्तर पहुंचने से पहले ही महिला ने खुद के ऊपर मिट्टी का तेल डाल लिया था. उसके हाथ में माचिस थी और वह एसएसपी ऑफिस में जाकर खुद को आग लगाना चाहती थी. लेकिन गेट पर चेकिंग के दौरान महिला पुलिसकर्मियों ने उसके शरीर से आ रही केरोसिन की गंध पहचान ली और उसे रोक लिया.
मेरठ: मेरठ में एसएसपी ऑफिस के सामने उस समय अफरा-तफरी मच गई जब रियल इस्टेट में काम करने वाली एक सेल्सवूमेन रविवार को आत्मदाह करने पहुंची. ऑफिस में प्रवेश से पहले महिला ने खुद के ऊपर मिट्टी का तेल डाल रखा था और उसके हाथ में माचिस थी. चेकिंग के दौरान केरोसिन की गंध से मामला खुला तो महिला और पुलिसकर्मियों में जमकर खींचतान हुई. आत्मदाह की कोशिश करने वाली महिला गैंगरेप की शिकार है और पुलिस ने उसके केस के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है.
मेरठ की महिला के साथ 14 दिसंबर को तीन लोगों ने गैंगरेपर किया था. महिला ने इस संबध में भावनपुर थाना में केस दर्ज कराया है. महिला जमीन की खरीद-फरोख्त में कमीशन पर सेल्सवूमेन का काम करती है. महिला का आरोप है कि एक डील में मोटे कमीशन का लालच देकर सुबोध त्यागी, ताराचंद और जयपाल उसे अपने साथ एक साइट दिखाने ले गये थे. उन्होने उसे कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया और फिर एक नलकूल के पास बने कमरे में ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया.
एसएसपी दफ्तर पहुंचने से पहले ही महिला ने खुद के ऊपर मिट्टी का तेल डाल लिया था. उसके हाथ में माचिस थी और वह एसएसपी ऑफिस में जाकर खुद को आग लगाना चाहती थी. लेकिन एसएसपी ऑफिस के गेट पर चेकिंग के दौरान महिला पुलिसकर्मियों ने उसके शरीर से आ रही केरोसिन की गंध पहचान ली और उसके हाथ में माचिस देखते ही वह उसका इरादा भांप गई थी. काफी देर तक खींचातानी के बाद पुलिसकर्मियों ने महिला के हाथ से माचिस छीन ली.
महिला तीन दिन पहले भी एसएसपी ऑफिस पर आई थी. अधिकारियों ने उसे आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया मगर थाना पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की. महिला ने बताया कि पुलिस उसका मेडिकल परीक्षण भी करा चुकी है और अदालत में उसके धारा 164 के तहत बयान भी कराये गये हैं. महिला का आरोप है कि आरोपियों की तलाश में दबिश के नाम पर पुलिस उससे वाहन या खर्चा मांगती है.
एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज करके वारदात के तथ्यों को जुटाना जारी रखा है. अदालत में पीड़िता के बयान कराये गये हैं लेकिन जांच में अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है जिसके महिला के साथ हुई वारदात की पुष्टि होती हो. मामले की जांच महिला थाने में ट्रांसफर की गई है. इस हरकत के बाद महिला के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई भी की जा रही है.