बीकॉम आनर्स प्रथम और द्वतीय वर्ष की दो छात्राऐं मंगलवार शाम विश्वविद्यालय की कैंटीन को ओर जब नाश्ता करने आई तो वहां स्कूटी पर सवार दो शोहदों ने उन्हें घेर लिया. शोहदों ने छात्राओं के पीछे चलना शुरू कर दिया. छात्राओं से उनके नाम और पता पूछा गया.
शोहदों ने छात्राओं से आई लव यू बोलने को कहा. छात्राऐं चुप रहीं तो एक शोहदे ने छात्रा का हाथ पकड़ लिया और उसे रास्ते से किनारे की ओर खींचने की कोशिश की. हाथ छुड़ाकर छात्राएं क्लास की ओर भागीं तो शोहदों ने उनका पीछा किया.
छात्राओं ने जब शोर मचाया तो आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए. उन्होंने जाते जाते लौट कर आने की बात भी कही.
पुलिस ने मांगी सीसी सीसीटीवी फुटेज
विश्वविद्यालय प्रबंधन को छात्राओं ने वारदात की जानकारी दी तो पुलिस को बुलाया गया. मौके पर पहुंचे थाना मेडीकल प्रभारी को वारदात की जगह पर कोई सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ नहीं मिला. कैंटीन और छात्रसंघ अध्यक्ष के ऑफिस के आसपास भी कोई कैमरा नही लगा था.
पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रबंधन से कहा कि बिना सीसीटीवी कैमरे के शोहदों की पहचान कैसे की जा सकती है. पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को गेट पर लगे कैमरों से सीसीटीवी फुटेज निकलवाने की जिम्मेवारी दी है. पुलिस का कहना है कि फुटेज मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.
सुरक्षा घेरा नाकारा साबित
सीसीएस विवि कैंपस की सुरक्षा के लिए हर साल 4 करोड़ रूपये खर्च किये जाते हैं. वीसी आवास से लेकर विश्वविद्यालय के गेट तक होमगार्डों की फौज मौजूद है. मगर इसके बाबजूद भी शोहदे वारदात के बाद आसानी से मुख्य द्वार से निकलकर फरार हो गये.
गेट पर तैनात एक दर्जन होमगार्ड्स ने उन्हें रोका तक नहीं. 222 एकड़ में फैले विश्वविद्यालय परिसर में दो गेट हैं जिनमें से एक विश्वविद्यालय और दूसरा छोटूराम इंजीनियरिंग कालेज की ओर खुलता है. तमाम इंतजामों के बाद भी कैंपस में होने वाली वारदातें रुक नहीं पा रही हैं.