मेरठ: यूपी के मेरठ में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर सीएम योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद अधिकारी एक्शन में आ गए हैं. शहर में लॉकडाउन का पालन न करने वालों पर पुलिस ने सख्ती दिखाई. वहीं, मेरठ फायर फाइटर की टीम ने शहर के कई हॉटस्पॉट क्षेत्रों और सरकारी कार्यालयों में सैनिटाइजेशन किया. इस बीच मंगलवार को शहर के हॉटस्पॉट और संवेदनशील इलाकों का निरीक्षण करने के लिए प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जिले के नोडल अधिकारी टी वेंकटेश बेगमपुल पहुंचे. उनके साथ एडीजी मेरठ जोन, आईजी लक्ष्मी सिंह, DM/SSP मेरठ एवं अन्य अधिकारी भी वहां मौजूद रहे. अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और वहां मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से बात की, उनकी परेशानियों के बारे में भी पूछा.





हॉटस्पॉट की स्थिति का जायजा
ये तस्वीर मेरठ के बेगमपुल की है, जहां मेरठ के नोडल अधिकारी टी वेंकटेश और पुलिस की नोडल अधिकारी तैनात की गई पीटीएस आईसी लक्ष्मी सिंह सिंह की, जिन्होंने हॉटस्पॉट और संवेदनशील इलाकों का निरीक्षण कर वहां की स्थिति का जायजा लिया. साथ ही, वहां पर तैनात अधिकारियों से भी बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना. हॉटस्पॉट की स्थिति क्या है? कब तक उन्हें ग्रीन जोन में लाया जा सकता है? इन सभी सवालों का जवाब भी इन अधिकारियों से तलाशने की कोशिश की. दोनों अधिकारी लगातार इस कवायद में जुटे हैं कि जल्द से जल्द मेरठ की बेकाबू स्थित काबू में लाई जा सके.


मेरठ में कोरोना के 260 मामले
बता दें कि मेरठ में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 260 हो गई है. अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है. सोमवार को जिले में एक सिपाही, मेडिकल स्टोर संचालक और फल विक्रेता समेत 15 और लोग संक्रमित मिले हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 260 पहुंच गई.