मेरठ: बेरोजगारों को जिला आयुक्त, ओएसडी और कैप्टन के पद पर स्काउट गाइड में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगने वाला फर्जी कमिश्नर मेरठ पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दिल्ली के लक्ष्मीनगर एक्सटेंशन इलाके से गिरफ्तार इस फर्जी कमिश्नर की मेरठ पुलिस को लंबे समय से तलाश थी. आरोपी ने फर्जी संगठन बनाकर यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली और बिहार में दो हजार से ज्यादा बेरोजगारों को ठग कर करोड़ों रुपए कमाए हैं. मेरठ पुलिस ने एक बेरोजगार की शिकायत पर यह कार्रवाई की है.


मेरठ की मवाना पुलिस और साइबर क्राइम सेल के संयुक्त ऑपरेशन में पकड़ा गया फर्जी कमिश्नर राज किशोर प्रसाद सिन्हा मूलरूप से बिहार के पटना का निवासी है. पुलिस ने उसके पास से दो आईफोन, आधारकार्ड, पैनकार्ड, वीजा और कई एटीएम कार्ड्स के अलावा एक महंगी घड़ी और सोने, हीरे की 8 अंगूठियां बरामद की है. साइबर क्राइम सेल राजकिशोर की तलाश में कई महीने से जुटी थी. स्काउट गाइड विभाग में राजकिशोर के संगठन का कोई नामोनिशान तक नहीं मिला है.


मवाना के गांव कौल निवासी दिग्वेश ने एसएसपी को शिकायत करके बताया था कि स्काउट गाइड विभाग में फर्जी कमिश्नर बने राजकिशोर ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 7 लाख रुपये ठग लिए है. एसएसपी ने इस मामले में मवाना पुलिस को केस दर्ज करने के आदेश दिए थे और साइबर क्राइम सेल को इस मामले की तहकीकात करने को कहा था. गिरफ्तार किए गए फर्जी कमिश्नर राजकिशोर ने स्काउट गाइड ऑर्गेनाइजेशन के नाम पर एक संस्था बनाई हुई है.


भारत स्काउट एवं गाइड के राष्ट्रीय मुख्यालय से जब इस संस्था के बारे में जानकारी की गई तो यह संस्था फर्जी निकली. मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर्स एवं वर्ल्ड ब्यूरो में भी यह संस्था रजिस्टर्ड नहीं है. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में राजकिशोर ने स्वीकार किया कि उसने बहुत से युवाओं को नौकरी के नाम पर ठगा है. स्काउट गाइड विभाग में जिला संगठन आयुक्त, ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी और कैप्टन के पद पर सरकारी नौकरी लगवाने के लिए 5 से 8 लाख तक वसूले जाते थे.


पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आधा दर्जन राज्यों के करीब 2000 से ज्यादा बेरोजगार राजकिशोर के गैंग के शिकार बने हैं. पैसा जमा कराने के लिए राजकिशोर ने कई राज्यों में अपने बैंक खाते भी खोल रखे हैं. ठगी का याद गोरखधंधा करीब 10 सालों से चल रहा था.


मेरठ के एएसपी सतपाल सिंह ने बताया कि राजकिशोर के पास नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली में कई करोड़ रुपए की अचल संपत्तियां है. कई राज्यों में बैंक खातों की जानकारी हुई है. उन खातों की पुलिस जांच कर रही है.


बिहार की मगध यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाला राजकिशोर धोखाधड़ी के मामले में तीन बार जेल जा चुका है. फर्जी ऑर्गनाइजेशन के नाम पर पटना, नोएडा और दिल्ली में इस गैंग ने अपने ऑफिस भी खोल रखे हैं. ऑफिस कर्मचारी के तौर पर कई लोगों को इन ऑफिसों में नौकरी भी दी हुई है. इस गैंग के बाकी आरोपियों की भी पुलिस तलाश कर रही है.