मेरठ: मेरठ में गुरूवार रात हुए एसिड अटैक के मामले में खुलासा हुआ है. पीड़िता जिस स्कूल में टीचर थी उस स्कूल का अधेड़ मालिक उसके प्यार में पागल था. परेशान पीड़िता ने नौकरी छोड़ दी तब भी वह उसका पीछा करता रहा. एकतरफा इश्क में जब आरोपी को दुत्कार मिली तो उसने युवती की जिंदगी नरक बनाने की ठानी और सुपारी देकर किराये के गुर्गो से एसिड अटैक करा डाला.


मेरठ क्राइमब्रांच और परतापुर पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर स्कूल संचालक अजबसिंह को हिरासत में ले लिया. पीड़िता ने पुलिस की पूछताछ में बताया था कि 52 साल का अजबसिंह उसे स्कूल छोड़ने के बाद से लगातार परेशान कर रहा है. अजब सिंह इन्द्रापुरम इलाके में स्थित एक स्कूल का मालिक है.


पीड़िता इस स्कूल में करीब डेढ़ साल तक टीचर की नौकरी कर रही थी. आरोप है कि अजबसिंह शुरू से ही उस पर बुरी नीयत रखता था. अजबसिंह ने कई बार उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश भी की. पीड़िता जब अजबसिंह की हरकतों से आजिज आ गई तो उसने नौकरी छोड़ दी और मेरठ के शॉप्रिक्स मॉल के एक गारमेंट शोरूम में नौकरी करना शुरू कर दिया. मगर अजबसिंह उसका फिर भी पीछा करता रहा.


इस दौरान एक दिन पीड़िता ने अपने परिजनों को भी अजबसिंह की हरकतें बताई. पीड़िता की मां के अनुसार अजबसिंह को पीड़िता के मामा ने बुलाया और उससे पीड़िता के पीछा करने का कारण पूछा. इस पर अजबसिंह ने अपनी जान छुड़ाने के लिए अपनों बच्चों की कसम खाकर कहा कि पीड़िता तो उसकी बेटी जैसी है.


वारदात के दिन अजबसिंह आरोपियों में से एक को लेकर मॉल के उस शोरूम में भी आया था जहां पीड़िता नौकरी करती है. पीड़िता से सामना होने पर अजबसिंह ने बहाना बनाया कि वह बच्चों के लिए कपड़े खरीदने आया था. पीड़िता ने अजबसिंह के साथ आये हमलावर की फोटो देखकर पुलिस के सामने इसकी तस्दीक भी कर दी है.


एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि अजबसिंह का शोरूम में जाने की वजह आरोपी को पीड़िता का चेहरा दिखाना था जिससे हमले में आसानी रहे. हमलावरों ने पीड़िता को पहले तेजाब पिलाने की कोशिश की. पीड़िता ने जब विरोध किया तो हमलावरों ने उसके चेहरे पर तेजाब से भरा डिब्बा उड़ेल दिया और फरार हो गये. आरोपियों ने श्रवण नाम के एक शख्स से तेजाब खरीदा था. पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया है.


आरोपियों ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि हमले से पहले अजबसिंह ने अंकित और रिंकू को शराब पिलाई थी. दोनो आरोपी परतापुर इलाके के ही निवासी है. अजबसिंह ने दोनो से एसिड अटैक का सौदा महज 10 हजार रूपये में किया था जिसमें से 6 हजार रूपये पेशगी दी गई थी. पुलिस ने अजबसिंह के फोन से पीड़िता को भेजे गये मैसेज भी बरामद किये है.


25 से 30 फीसदी तक झुलस चुकी पीड़िता मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती है. उसे आईसीयू में रखा गया है और उसकी हालत फिलहाल स्थिर है. डाक्टर का कहना है कि 72 घंटों बाद पीड़िता की हालत के बारे में आंकलन किया जा सकता है. पहले से ही आर्थिक मजबूरियां झेल रहे परिवार के सामने अब बेटी के इलाज के खर्च का संकट है. उन्हें कहीं से भी कोई मदद अब तक नही मिल सकी है.


मेरठ के शताब्दीनगर में हवाईपट्टी के सामने गुरूवार रात युवती पर उस वक्त तेजाबी हमला हुआ जब वह शोरूम से घर जा रही थी. बाइक सवार अंकित और रिंकू ने उसे सड़क से एक ओर खींचा और उसके ऊपर तेजाब डाल दिया. उसकी चीख सुनकर मौके पर पहुंचे लोगो ने उसके परिवार और पुलिस को सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया.