सख्ती: ISIS मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकी नईम की गिरफ्तारी करेगी मेरठ पुलिस
राधना गांव में संदिग्ध आतंकी नईम की तलाश में आई एनआईए की टीम को 26 दिसंबर को नाकामी हाथ लगी थी. लेकिन अब एनआईए ने मेरठ पुलिस से नईम की गिरफ्तारी को कहा है.
मेरठ: राधना गांव में संदिग्ध आतंकी नईम की तलाश में आई एनआईए की टीम को 26 दिसंबर को नाकामी हाथ लगी थी. लेकिन अब एनआईए ने मेरठ पुलिस से नईम की गिरफ्तारी को कहा है. इसी के बाद से अफसरों ने थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच को नईम की तलाश में तैनात किया है. एनआईए के छापे के 2 दिन बाद नईम ने अपने बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था.
मेरठ के पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राजेश कुमार ने एनआईए के आदेश की पुष्टि करते हुए बताया कि फोन के जरिए एनआईए ने नईम को गिरफ्तार कर सूचना देने के आदेश दिए हैं. राधना गांव किठौर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है इसलिए थाना पुलिस की एक विशेष टीम को नईम की तलाश के लिए सुराग जुटाने का काम दिया गया है. उम्मीद है जल्द ही नईम पुलिस के हाथ आएगा. नईम की गिरफ्तारी के बाद एनआईए को इसकी सूचना दे दी जाएगी.
एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि 26 दिसंबर को एनआईए और एटीएस के जॉइंट ऑपरेशन में स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की गई थी. नईम के घर में करीब 3 घंटे तक पूछताछ और खोजबीन का काम चला लेकिन नईम हाथ नहीं आया. अब नईम की गिरफ्तारी के लिए नए सिरे से प्रयास शुरू किए गए हैं.
आखिर कौन है राधना गांव का नईम
26 दिसंबर को एनआईए की टीम ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के 17 स्थानों पर छापेमारी की थी. आईएस मॉड्यूल से जुड़े अमरोहा के मौलवी सुहेल को एनआईए ने गिरफ्तार किया. सोहेल के अलावा अमरोहा से 3 और हापुड़ से मस्जिद के इमाम शाकिब की गिरफ्तारी की गई. एनआईए ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया था कि आईएस मॉड्यूल का यह संगठन देश के कई महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर फिदायीन हमले का ताना-बाना बुन रहा था.
दिल्ली में भी इस संगठन से जुड़े 5 संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी की गई. इनके पास से बड़ी तादाद में गोला, बारूद और एक अधबना राकेट लांचर भी एनआईए ने बरामद किया था. एनआईए ने अभी खुलासा किया था कि इस संगठन के संदिग्ध आतंकियों ने खिलौना बम तैयार करने के कई चरण पार कर लिए थे. मेरठ के नईम पर इस संगठन को अवैध हथियार मुहैया कराने के आरोप हैं. नईम हापुड़ से गिरफ्तार इमाम शाकिब का रिश्तेदार भी है. राधना गांव को पश्चिम उत्तर प्रदेश के अवैध हथियारों की गढ़ के तौर पर जाना जाता है.