मेरठ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरठ की एक प्रतिभावान शूटर की गुहार सुनकर उसकी मदद की. दरअसल आर्थिक तंगी की वजह से 20 जून को होने वाले शूटिंग वर्ल्डकप में प्रिया नाम के एक शूटर के जाने का सपना अधूरा सा लग रहा था. परिवार के पास इतना पैसा नहीं था कि वे अपनी बेटी को जर्मनी में शूटिंग के जूनियर वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए भेज सके. परिजनों से सरकार से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन किसी ने उन पर ध्यान नहीं दिया. लेकिन जब मिडिया में मामला आया तो सीएम योगी मदद को आगे आए और मेरठ प्रशासन को शूटर की मदद करने के आदेश दिए.


प्रिया सिंह मेरठ के एक छोटे से गांव भैसा की रहने वाली हैं. सिंह का 20 जून से जर्मनी में होने वाले शूटिंग वर्ल्डकप में चौथे नंबर पर चयन हुआ है. इसका सारा खर्च परिवार को सहन करना पड़ता क्योंकि तीन रैंक तक का खर्चा केवल सरकार वहन करती है. प्रिया अब तक एनसीसी कोटे से खेलती आ रही हैं लेकिन अब वो एक्स स्टूडेंट हैं जिसकी वजह से एनसीसी ने खर्चा वहन करने से मना कर दिया था. ऐसे में प्रिया को ये सपना अधूरा सा लग रहा था. प्रिया के परिवार के लोगों का कहना था कि बेटी के लिए इतना खर्चा करना सम्भव नहीं है. इसके लिए सरकार के हर मंत्री के दरबार में गुहार लगा चुके है. प्रिया के पिता घर की भैस भी बेचने के लिए तैयार थे.


लेकिन प्रिया की आवाज को जब मीडिया ने उठाया, तो बात सीएम योगी तक भी पहुंची. सीएम योगी ने मामले का तुरंत संज्ञान लेते हुए मेरठ जिला प्रशासन को प्रिया की मदद करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि जर्मनी आने-जाने का सारा खर्चा सरकार उठाएगी. मेरठ के एडीएम प्रशासन रामचंद्र का कहना है कि शासन से निर्देश मिले हैं कि प्रिया को साढ़े चार लाख तक की मदद मुहैया कराई जाए, जिससे वो शूटिंग के जूनियर वर्ल्ड कप में हिस्सा ले सकें. एडीएम ने कहा की उन्होंने प्रशासन को प्रिया की अधिकतम मदद करने के लिए पत्र भी लिखा है. मदद राशि एक से दो दिन में प्रिया को दे दी जाएगी. मेरठ के जिला राइफल एसोसिएशन के प्रभारी वेदपाल सिंह का कहना है कि कुछ और प्राइवेट कंपनिया प्रिया को स्पॉन्सर करने की योजना बना रही हैं, जिसके बाद प्रिया को ज्यादा से ज्यादा मदद मिल सकेगी.


मदद मिलने के बाद प्रिया खुश हैं कि वो अब जर्मनी में जाकर प्रतियोगिता में हिस्सा ले पाएंगी और अपना अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगी. प्रिया अभी तक किराए पर राइफल लेकर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती आई हैं. प्रिया चाहती हैं कि सरकार उसे अपनी खुद की राइफल खरीदने में मदद करे. प्रिया के पिता ब्रजपाल सिंह का कहना है कि प्रिया की तरह बहुत से गरीब बच्चे हैं जो आर्थिक तंगी के चलते खेलों में आगे नहीं बढ़ पाते हैं. सरकार को ऐसे बच्चों की मदद करनी चाहिए.