मेरठ: देशभर में पिछले लगभग दो महीने से लागू लॉकडाउन के दौरान मेरठ जिले में फंसे हजारों मजदूर अब जल्द ही अपने घर वापस लौट सकेंगे. प्रदेश सरकार द्वारा की गई पहल के बाद सोमवार को मेरठ के सिटी स्टेशन से श्रमिक एक्सप्रेस बिहार के अररिया जिले के रहने वाले 1600 प्रवासी मजदूरों को लेकर रवाना हो रही है. सोमवार को सुबह से ही घर वापसी की चाह लिए मजदूरों का रेला सिटी स्टेशन पर उमड़ा रहा. इस दौरान मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में अधिकारियों के पसीने छूट गए. प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि दो दिन के भीतर जिले में फंसे सभी प्रवासी मजदूरों को उनके घर वापस भेज दिया जाएगा.
एडीएम एफ सुभाष प्रजापति ने बताया कि सोमवार की शाम चार बजे सिटी स्टेशन से श्रमिक एक्सप्रेस मजदूरों को लेकर रवाना होगी, जो मंगलवार की शाम अपने गंतव्य पर पहुंचेगी. सोमवार की शाम को ही 364 मजदूरों को लेकर एक दूसरी ट्रेन जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना होगी. इसी के साथ मंगलवार को एक ट्रेन मोतिहारी के लिए रवाना की जाएगी.
एडीएम ने दावा किया कि मंगलवार तक सभी प्रवासी मजदूरों को उनके घर वापस भेज दिया जाएगा. उधर, मजदूरों को वापस भेजने के लिए स्टेशन पर एडीएम सिटी अजय तिवारी और एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह सहित कई स्थानों की फोर्स और आरएएफ के जवान व्यवस्था बनाने में जुटे रहे.
मजदूरों के पहुंचने से पहले स्टेशन को पूरी तरह सैनिटाइज कराया गया. प्लेटफॉर्म पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए कुछ मजदूरों को तो कतार में बिठाया गया लेकिन काफी मजदूर ऐसे भी थे जो धूप में बैठे थे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे थे.
मजदूरों की मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद स्वस्थ मिलने पर ही उन्हें स्टेशन परिसर में अंदर जाने की अनुमति दी जा रही थी. इन मजदूरों के टिकट की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा निशुल्क की गई है. इसी के साथ रास्ते के लिए सभी मजदूरों को खाने और पानी की व्यवस्था भी की गई है. इस दौरान जहां घर वापसी को लेकर मजदूरों में खुशी देखने को मिली. वहीं, रोजगार छिन जाने और आगे रोजी-रोटी के संकट को लेकर उनमें चिंता भी देखने को मिली.
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