नई दिल्ली: मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह का एक वीडियो वायरल होने पर राजनीति गरमा गई है. इस मामले को लगातार पार्टी और नेताओं की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. अब बीएसपी सुप्रिमो मायावती ने इस मामले को लेकर अपनी बात रखी है. मायावती ने ट्वीट कर लिखा, " उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय है ना कि पाकिस्तानी अर्थात् CAA/NRC के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ SP सिटी द्वारा उनके प्रति साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी करना अति निन्दनीय व दुर्भाग्यपूर्ण.
एक दूसरे ट्वीट कर उन्होंने लिखा, ''ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिये और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर फिर उनको तुरन्त नौकरी से बर्खास्त करना चाहिये. बी.एस.पी. की यह मांग है.''
असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?
इसी कड़ी में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा हमला बोला है. असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, ''मैंने भारत के मुसलमानों में कट्टरता रोकने के लिए अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है. यह अधिकारी मेरे सभी प्रयासों को निष्फल कर रहा है.''
क्या है पूरा मामला?
वायरल वीडियो में मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण उपद्रवियों को खदेड़ते हुए उन्हें पाकिस्तान जाने के लिए कह रहे हैं. एसपी सिटी के साथ एडीएम सिटी भी मौजूद हैं. एसपी सिटी दंगाइयों को कह रहे हैं कि काली पट्टी बांध रहे हो तो तुम्हारी जिंदगी भी काली हो जाएगी. खाते यहां का हो और गाते कहीं और का हो. यह वीडियो 20 दिसंबर का है.
वीडियो अखिलेश नारायण सिंह को कहते हुए सुना जा सकता है कि ''जो काली पट्टी बांध रहे हों, बता रहा हूं. वो पाकिस्तान चले जाएं. फ़्यूचर काला होने में सेकेंड भर लगेगा, एक सेकेंड में सब काला हो जाएगा. जिंदगी भी काली हो जाएगी. देश में नहीं रहने का मन है तो चले जाओ. खाओगे यहां, गाओगे कहीं और का. उसके बाद उन्होंने कहा कि इस गली को मैं और गली मुझे याद हो गई है, याद रखना मुझे याद हो जाता है तो मैं नानी तक पहुंचता हूं. सबकी फोटो ले ली गई है. याद रखना. अगर कुछ हुआ तो तुम लोग भी क़ीमत चुकाओगे.''
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने क्या कहा?
इस मामले पर एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें सूचना मिली थी कि कुछ लड़के हिंसा भड़काने की तैयारी में हैं. हमलोग जैसे वहां पहुंचे लड़के पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. इसलिए उन्हें ऐसा कहा गया. उन लड़कों की पहचान भी कर ली गई है और मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी.
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