मेरठ: उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह को हटाए जाने की फर्जी खबर ने सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोरी. व्हाट्सएप के जरिए इस खबर को बिजनौर में तैनात पुलिस के एक सिपाही ने वायरल किया था. जांच के बाद पकड़ में आई करतूत पर बिजनौर एसपी ने डीजीपी को हटाने की झूठी खबर फैलाने वाले सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया है.
बिजनौर के नजीबाबाद इलाके में सहानपुर चौकी पर तैनात कांस्टेबल अमित कुमार ने शुक्रवार को व्हाट्सएप के जरिए अपने ही विभाग के मुखिया डीजीपी ओपी सिंह को हटाए जाने की खबर फैलाई. व्हाट्सएप ग्रुप्स के बाद सोशल मीडिया पर पहुंची इस खबर ने उत्तर प्रदेश के सियासी हल्के में शुक्रवार को हंगामा मचाए रखा. सत्ता, मीडिया और पुलिस से जुड़े लोग पूरे दिन इस खबर की तस्दीक के लिए फोन घनघनाते रहे. शाम को पुलिस उत्तर प्रदेश के पुलिस मुख्यालय से इस झूठी खबर का खंडन करते हुए सफाई भी दी थी.
झूठी खबर की जांच के लिए डीजीपी ऑफिस से आदेश हुए जिसके बाद पुलिस विभाग की साइबर सेल ने व्हाट्सएप ग्रुप में फैली इस फर्जी खबर का खुलासा किया. जांच में पाया गया कि इस खबर की पहली पोस्ट बिजनौर में तैनात सिपाही अमित चौधरी ने की थी जिसके बाद यह खबर तेजी से वायरल होती चली गई. जांच पूरी होने के बाद आरोपी सिपाही अमित चौधरी के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
नजीबाबाद के क्षेत्राधिकारी पुलिस अरुण कुमार ने बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया सिपाही अमित चौधरी को दोषी पाया गया है. अमित चौधरी ने कई व्हाट्सएप ग्रुप्स पर इस झूठी खबर को फॉरवर्ड किया था जिसके बाद यह खबर शुक्रवार को सोशल मीडिया पर छाई रही. आरोपी सिपाही अमित चौधरी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है. उसके खिलाफ निलंबन और विभागीय जांच भी शुरू की गई है. विभागीय जांच पूरी होने पर बाद की कार्रवाई की जाएगी.
डीजीपी ओपी सिंह को हटाए जाने की झूठी खबर शुक्रवार को जिस समय फैली. डीजीपी ओपी सिंह गुजरात में आयोजित पुलिस महानिदेशक के वार्षिक सम्मेलन में भाग ले रहे थे. इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे.