अयोध्या. राममंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद की भूमिका क्या होगी इसको तय करने के लिए पूर्वी क्षेत्र के 27 चुनिंदा पदाधिकारियों की बैठक शुरू हो गई है. शुक्रवार को कारसेवकपुरम में शुरू हुई इस बैठक का मुख्य एजेंडा राममंदिर निर्माण में हर हिंदू परिवार को जोड़ना है. देश के हर हिस्से समेत विदेशों में बसे हिंदुओं को भी राममंदिर निर्माण में आर्थिक मदद से लेकर प्रत्यक्ष जोड़ने की तैयारी है. बैठक के दौरान मीडिया कवरेज पर रोक लगा दी गई.
सुप्रीम कोर्ट से राममंदिर के पक्ष में 9 नवंबर 2019 को आए फैसले के बाद 5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में श्री राम जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट गठित करने का एलान किया था. 15 सदस्यीय इस ट्रस्ट में जिन 12 सदस्यों को स्वतंत्र होकर निर्णय लेने का अधिकार दिया गया उसमें विहिप का पूर्ण बहुमत है. अध्यक्ष बने महंत नृत्यगोपाल दास समेत महासचिव चंपत राय पहले ही विहिप के बड़े पदाधिकारी हैं. ट्रस्ट का महासचिव बनने के बाद पहली बार अयोध्या आए विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने पूर्वी क्षेत्र की बैठक करके राम मंदिर निर्माण में विश्व हिंदू परिषद की भूमिका को लेकर मंथन किया था.
बैठक में तय हुआ था कि देश और विदेश कि हर हिंदू परिवार को राम मंदिर निर्माण से जोड़ने के लिए कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे और 1992 जैसा कार सेवा का माहौल बनाना है. पहले सवा रुपया का चंदा अब सवा सौ प्रति व्यक्ति से कम नहीं लेना है. विश्व हिंदू परिषद यह भी सुनिश्चित करेगा कि हर इलाके का हिंदू मंदिर निर्माण के दौरान अयोध्या में सशरीर अपना प्रतिनिधित्व करे लेकिन नवरात्र से पहले कोरोना का संकट शुरू हो जाने से विहिप की योजना धरी की धरी रह गई थी.
अब इसी रणनीति को दोबारा धार देने की तैयारी है. इसका पहला पड़ाव नवरात्र से शुरू करने की रणनीति बनेगी. प्रधानमंत्री की ओर से जुलाई के पहले सप्ताह में चतुर्मास से पहले राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन भी चीन से बिगड़े हालात में स्थगित हो चुका है. अब नवरात्र से लेकर दीपोत्सव तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को विजयोत्सव के रूप में प्रस्तुत करने की योजना तय होगी.
विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज की मानें तो 26 जून को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जुड़े अवध, काशी, कानपुर और गोरखपुर प्रांत के संगठन मंत्री, अध्यक्ष सहित बजरंग दल के संयोजकों के अलावा कुछ प्रमुख अधिकारियों की बैठक कारसेवकपुरम में बुलाई गई है. बैठक में वीएचपी के केंद्रीय महामंत्री विनायक राव और राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव और वीएचपी के उपाध्यक्ष चंपत राय भी शामिल हैं.
चंपत राय के इस बैठक में शामिल होने से ये उम्मीदें और बढ़ जाती हैं कि राम मंदिर निर्माण को लेकर इस बैठक में बड़ी चर्चा होने वाली है. हालांकि, इस पर अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान देने से बच रहा है. सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में राममंदिर निर्माण का कार्य तेजी से होने में वीएचपी का योगदान कैसे हो, इस पर भी चर्चा की जानी है.
यह भी पढ़ें: