एंकर: जम्मू कश्मीर के ट्रांसपोर्टरों और सरकार के बीच बुधवार को प्रस्तावित बैठक नहीं हो पाई, जिसके बाद अब प्रदेश के ट्रांसपोर्टर आंदोलन पर जा सकते है. यात्री किराये में 50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की मांग कर रहे यह ट्रांसपोर्टर अब गुरुवार को अपनी रणनीति तय करेंगे.
इससे पहले यात्री किराये में 50 प्रतिशत की वृद्धि और बैंक से लिए गए लोन पर ब्याज माफ करने समेत कई अन्य मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे प्रदेश के 75000 से अधिक कमर्शियल वाहनों के मालिकों की संस्था ऑल जे एंड के ट्रांसपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रशासन के साथ 4 जून को हुई बैठक में 10 जून तक अपने आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की थी.
ट्रांसपोर्टरों और प्रशासन के बीच चली इस बैठक में प्रशासन ने 10 जून तक हड़ताली ट्रांसपोर्टरों की सभी मांगों का हल करने की बात कही थी. ऑल जे एंड के ट्रांसपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्क्षय टीएस वज़ीर के मुताबिक प्रशासन के साथ 4 जून को हुई बैठक में उन्हें आश्वासन दिया गया था कि ट्रांसपोर्टरों की सभी मांगे जायज़ हैं और 10 जून तक उनकी सभी मागों पर विचार करने के बाद बैठक की जाएगी.
टीएस वजीर के मुताबिक 10 जून तक इंतज़ार करने के बाद भी जब ट्रांसपोर्टरों की मांगों का निपटारा नहीं हुआ तो अब उनके पास आंदोलन करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है. प्रशासन को चेतावनी देते हुए वज़ीर ने कहा कि जब तक उनकी मांगों का निपटारा नहीं होता तब तक कोई भी कमर्शियल वाहन सड़क पर नहीं उतरेगा.
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