गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में दो बोगी वाली मेट्रो दौड़ेगी. इसमें 400 लोग यात्रा कर सकेंगे. मेट्रो के लिए दो कॉरिडोर प्रस्तावित है. जो 27.41 किलोमीटर लंबा होगा. दोनों कॉरिडोर के बीच 27 मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित है. दोनों कोरिडोर की क्रॉसिंग धर्मशाला पर होगी. गोरखपुर मेट्रो परियोजना में 4800 करोड रुपए खर्च होंगे.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट गोरखपुर मेट्रो मूर्त रूप लेकर जल्दी गोरखपुर की जनता को स्वागत के लिए तैयार होगा. मेट्रो के दो कोरिडोर का खाका तैयार किया गया है. पहला सोनौली रोड पर श्याम नगर से सुबह बाजार तक 16.95 किलोमीटर लंबा होगा. इस रूट पर 16 स्टेशन प्रस्तावित हैं. जिसमें, श्याम नगर, बरगदवा शास्त्री नगर, नथमलपुर गोरखनाथ, हजारीपुर धर्मशाला, जीकेपी एलआरटी, यूनिवर्सिटी, मोहद्दीपुर, रामगढ़ झील, एम्स, मालवीय नगर, एमएमयूटी, दिव्यनगर और सूबाबाजार शामिल हैं.

दूसरे कॉरिडोर पर मेट्रो गुलरिहा से कचहरी चौराहा तक चलेगी. ये रूट 10.4 किलोमीटर लंबा होगा. इस रूट पर 11 मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित हैं. गुलरिहा, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, मोगलहा, खजांची बाजार, बशारतपुर, अशोकनगर, असुरन चौक, धर्मशाला बाजार, गोलघर और कचहरी चौराहा तक आएगी.



राइट्स ने पहली बार परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार प्रस्तुत किया. डीपीआर पर जीडीए के साथ पीडब्ल्यूडी, ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम के अधिकारियों ने मंथन किया. सप्ताह भर बाद अधिकारी एक बार फिर इस पर चर्चा करेंगे. डीपीआर को अंतिम रूप देने के लिए जीडीए, राइट्स और लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के अफसरों की बैठक हुई.

बैठक में फैसला लिया मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया के लिए प्रस्तावित फोरलेन के मद्देनजर गोरखनाथ मंदिर रोड पर प्रभावित होने वाले दुकान-निर्माण का सप्ताह भर में आकलन कर लिया जाएगा. सप्ताह भर बाद राइट्स के अधिकारी एक बार फिर इस पर चर्चा करेंगे. पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के सर्वे के सात दिन बाद फिर बैठक होगी. उसके बाद डीपीआर केन्द्र सरकार को भेज दिया जाएगा.