रुद्रप्रयाग: देश के विभिन्न राज्यों और जिलों से घर पहुंचे प्रवासियों को रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से होटलों में क्वारंटाइन किया गया है. आरोप है कि क्वारंटाइन सेंटरों में प्रवासियों को घटिया खाना परोसा जा रहा है. क्वारंटाइन लोगों ने अपनी शिकायत सरकारी कर्मचारियों से भी की, मगर उनकी किसी ने नहीं सुनी. ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपनी समस्या सामने रखी है. जिसके बाद से प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठने लगे हैं.


प्रशासन के खिलाफ प्रवासियों का आक्रोश बढ़ा


दरअसल, रुद्रप्रयाग जिले में पहुंचे प्रवासियों को अलग-अलग होटलों में रखा गया है और प्रशासन की ओर से रेस्टारेंट स्वामियों को खाने की जिम्मेदारियां दी गई है. प्रशासन के हिसाब से एक व्यक्ति को सुबह नाश्ता और दिन व रात का भोजन दिया जाएगा. प्रशासन की ओर से रेस्टोरेंट स्वामियों को एक व्यक्ति का दो सौ रुपये दिन का हिसाब दिया जा रहा है. बावजदू इसके रेस्टोरेंट संचालक मोटी कमाई के चक्कर में क्वारंटाइन लोगों को घटिया खाना परोस रहे हैं. दाल में पानी ही पानी दिया जा रहा है, तो रोटियां आधी कच्ची दी जा रही हैं, जबकि सब्जी भी सही नहीं दी जा रही है. ऐसे में प्रवासियों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बढ़ गया है.


पानी जैसी मिल रही दाल


जिले के नरकोट के पास सम्राट होटल में 50 से ज्यादा लोगों को क्वारंटाइन किया गया है. इन लोगों की शिकायत है कि यहां खाने की सुविधा एक दम बेकार है. होटल में दाल जो दी जा रही है, वो पानी है, जबकि पीने के पानी की भी भारी परेशानी है. मौके पर प्रशासन का कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है. जो कर्मचारी कभी-कभार आ भी रहे हैं, उनसे शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. आपदा कंट्रोल रूम में फोन करने पर कोई सटीक जवाब नहीं मिल पा रहा है.


दूध को तरस रहे बच्चे


क्वारंटाइन सेंटरों में रखे गए लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि विभिन्न स्थानों से रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, घिमतोली के लोग जो घर पहुंचे है, उन्हें नरकोट के पास एक बड़े होटल में क्वारंटाइन किया गया है. मगर उन्हें यहां सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. होटल में दाल भी पानी की तरह दी जा रही है.  प्रवासियों ने दाल की वीडियो भी बनाई है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. उन्होंने कहा कि 50 से अधिक लोग हैं, जिसमें बच्चे भी हैं, लेकिन उन्हें भी दूध नहीं मिल पा रहा है. कहा कि पानी भी एक जगह से सभी ले रहे हैं. यदि कोई कोरोना पॉजिटिव हो गया, तो इससे सभी खतरे में आ जाएंगे. उन्होंने प्रशासन से जल्द प्रवासियों की सुध लेने की मांग की है. कहा कि यदि यहां सुविधाएं नहीं हैं, तो वह गांवों के स्कूल व पंचायत घर में क्वारंटाइन रह लेंगे और अपने घर से खाना मंगा लेंगे. उन्होंने प्रशासन से जल्द सुध लेने की मांग की है.


विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा


वहीं, मामले में विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि इस तरह की शिकायत उनके पास आई हैं और जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि जिन होटलों में लोग ज्यादा हैं, वहां के खाने की व्यवस्था अन्य जगह दी जाए. साथ ही व्यवस्था में सुधार लाया जाए, जिससे लोगों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े.


जिलाधिकारी वंदना चैहान का बयान


मामले में जिलाधिकारी वंदना चैहान ने कहा कि जो होटल स्वामी प्रवासियों को घटिया खाना परोस रहा है, उसके खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं.

यह भी पढ़ें:


उत्तराखंड में नहीं सताएगी गर्मी, मौसम विभाग की भविष्यवाणी- 4 से 6 जून के बीच होगी अच्छी बारिश