बिहार: नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने सोमवार को कहा कि अधिकारियों ने 30 जून तक जल जमाव रोकने का काम पूरा करने का वादा किया है. अगर जल जमाव फिर भी हुआ तो नगर विकास सचिव और एमडी बुडको पर कार्रवाई होगी. इन दोनों अधिकारियों ने वादा किया था कि इस बार पटना में जल जमाव नहीं होगा.


बता दें राजधानी में थोड़ी ही बारिश के बाद जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होने के बाद विपक्ष से लेकर आम लोगों तक ने सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है. ऐसे में सूबे के अर्बन डेवलपमेंट मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा, "जो भी मैंने बोला है उतना काम हुआ है, नालों की सफाई हुई है. पिछले साल की तरह स्थिति नहीं है. मैंने खुद भी देखा है और कल-परसो फिर एक बार जाकर देखूंगा. नालों की सफाई हुई है, जितने भी हमारे 39 पंप हाउस हैं, वे सब दुरुस्त किए गए हैं. ट्रांसफॉर्मर लगाए गए हैं, दो तरह से बिजली मिले इसकी व्यवस्था की गई है, और जो कनेक्टिविटी नालों की होनी चाहिए वो की गई है. यह बात अलग है कि लॉकडाउन की वजह से जिन नालों को पक्का बनाना था, वह काम पूरा नहीं हुआ है, लेकिन नाले को काटकर पानी का बहाव सही किया गया है"


लॉकडाउन की वजह से जैसा काम होना चाहिए था नहीं हो पाया
सुरेश शर्मा ने बताया कि बहुत मेहनत और मुश्किल से नाले में घुस करके मशीनों से नालों की सफाई की गई है. आप जो कह रहे हैं कि 94 एमएम बारिश हुई है तो हमारा कहना है कि बारिश का समय है, बारिश होनी भी चाहिए. नहीं होने से भी समस्या होती है कि जलस्तर नीचे चला जाता है, पीने के पानी की दिक्कत होने लगती है. काम हो रहा है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से जिस तरह का  काम होना चाहिए था वैसा नहीं हो पाया है.  इसके बावजूद हम सक्षम हैं, हमारी मशीनरी जो लगी है, वह जल को निकाल देगी. समय लग सकता है. जिन गड्ढों में पानी भरा है, वहां से भी पानी निकाला जा रहा है.  ऐसे में मेरे अनुसार जिस स्थिति की हम कल्पना कर रहे हैं, वैसा इस साल नहीं होगा.


नगर विकास सचिव आनंद किशोर के मंत्री की कोई बात नहीं सुनने के संबंध में उन्होंने कहा कि हमारे जो कमिश्नर आए हैं, वो पहले मुजफ्फरपुर में काम करते थे, उसके बाद यहां आए हैं. उन्हें यहां लाया गया है और यह आदमी दिन रात काम में लगा रहता है. मैं उम्मीद करता हूं कि उनके काम से आपको संतुष्टि मिलेगी. जलजमाव की जिम्मेदारी नहीं लेने के संबंध में उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी से कोई भाग नहीं सकता है. लेकिन इतनी बात जरूर है कि लॉकडाउन में जितना काम कराया गया है, उससे मुझे लगता है कि जलजमाव नहीं होगा.


उन्होंने कहा कि जिन मशीनों को खरीदने के लिए हमने ऑर्डर दिए थे, अब कंपनियां बंद होने की वजह से उनकी सप्लाई हमें मिल जाएगी, इसकी उम्मीद कम है. लेकिन उसके बावजूद टेंडर कर के हमने मशीनों की व्यवस्था करवाई है कि अगर हालात और खराब हुए तो बड़ी मशीन से पानी निकालने का काम किया जाएगा.


'कोई यह न कहे की हम लोग नहीं देख रहे हैं'
सुरेश शर्मा ने कहा कि यह सामूहिक व्यवस्था होती है. किसी व्यक्ति को कह दिया जाए कि इसकी गलती है तो यह गलत है. हम मॉनिटरिंग कर रहे हैं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक ने पंप हाउस का निरीक्षण किया है. कोई यह न समझे कि हम लोग नहीं देख रहे हैं, हम लोग बिल्कुल देख रहे हैं. हम लगातार ध्यान दे रहे हैं.


मौजूदा समय में हुए जलजमाव के संबंध में उन्होंने कहा कि हमें जो रिपोर्ट मिली हैं, उसके मुताबिक पानी निकलने में थोड़ा समय लगा है. लोगों ने बताया है कि एक दो जगहों पर गड्डों में पानी भरा है, तो यहां से भी पानी निकाल दिया जाएगा. मैं कल आपको पूरी रिपोर्ट दूंगा.


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