लखनऊ: अखिलेश यादव का चुनाव निशान क्या होगा ? अभी तय नहीं है. क्या वे समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह 'साइकिल' को बचा पाएंगे ? इसपर अभी चुनाव आयोग का फैसला आना बाकी है. कांग्रेस के साथ टीम अखिलेश के गठबंधन का भी एलान नहीं हुआ है. लेकिन प्रचार से लेकर बूथ मैनेजमेंट तक टीम अखिलेश ने तैयार कर लिया है. वार रूम तो शुरू हो गया है लेकिन प्रशांत किशोर से 'ज्ञान' लेने के बाद ये काम करने लगेगा.
एक दिन में दो चुनावी सभाएं करेंगे अखिलेश यादव
यूपी में विधानसभा चुनाव के पहले दौर की वोटिंग के लिए 11 फरवरी से पर्चे भरे जाएंगे. अखिलेश ने चुनाव प्रचार के लिए पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है.
19 जनवरी को आगरा से वे चुनाव प्रचार शुरू करेंगे. उसी दिन उनकी अलीगढ में भी रैली है. अखिलेश यादव एक दिन में कम से कम दो चुनावी सभाएं करेंगे. बाद में ये संख्या बढ़ कर तीन और चार भी हो सकती है.
चुनाव प्रचार से लेकर बूथ मैनेजमेंट तक का काम देखेगी ये टीम
अखिलेश यादव ने अपने करीबी पचास नेताओं की एक कोर टीम बनायी है. इसमे पच्चीस तो एमएलसी हैं और बाकी यूथ विंग के नेता. एक-एक ज़िले में दो नेताओं की टीम लगाई गयी है.
यही टीम अखिलेश यादव के लिए चुनाव प्रचार से लेकर बूथ मैनेजमेंट तक का काम देखेगी. जब एक चरण का चुनाव ख़त्म हो जाएगा तो दूसरे चरण में ये टीम जुट जाएगी. तूफानी चुनावी दौरे के लिए उन्नीस हेलीकॉप्टर किराये पर लिए गए है. अखिलेश के साथ साथ उनकी सांसद पत्नी डिम्पल भी चुनाव प्रचार करेंगी.
चुनावी गठबंधन के बाद होगा एलान
अखिलेश यादब कब, कहां और कैसे राहुल गांधी के साथ प्रचार करेंगे. अभी तय नहीं हुआ है. दोनों के बीच चुनावी गठबंधन के बाद इसका एलान होगा.
प्रियंका गांधी और डिम्पल यादव के मंच साझा करने पर बात बन गयी है. लेकिन कैसे, कब और कहां-कहां ? अभी तय होना बाकी है.
वार रूम को बेहतर बनाने के लिए प्रशांत किशोर से ली जाएगी मदद
टीम अखिलेश के दो-दो वार रूम शुरू हो गए है. एक लोहिया ट्रस्ट में चल रहा है तो दूसरा जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट के ऑफिस में. लेकिन खबर ये है कि इसे बेहतर बनाने के लिए पीके यानी प्रशांत किशोर की भी मदद ली जाएगी.
प्रशांत किशोर से राय मशविरे के बाद टीम अखिलेश का वार रूम काम करने लगेगा. अखिलेश के समर्थक नौजवानों के बीच टीशर्ट और कैप बांटे जाएंगे. बस इन्तजार इस पर चुनाव चिन्ह प्रिंट कराने का है.