बीजेपी से दूरी बनाने को लेकर अनुप्रिया पटेल की पार्टी में फूट, विधायक ने खोला मोर्चा
आरके वर्मा के मुताबिक़ बीजेपी और योगी सरकार द्वारा अपना दल एस के विधायकों व दूसरे नेताओं की उपेक्षा व अनदेखी कर उनके साथ सौतेला व्यवहार किये जाने का आरोप पूरी तरह गलत व बेबुनियाद है.
प्रयागराज: एनडीए में सहयोगी दलों की उपेक्षा और अनदेखी का आरोप लगाकर पीएम नरेन्द्र मोदी समेत सभी सरकारी कार्यक्रमों का बहिष्कार करने के फैसले पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल-एस में अब फूट पड़ गई है. पार्टी के विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरके वर्मा ने पार्टी अध्यक्ष आशीष पटेल और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल द्वारा बीजेपी पर सहयोगी दलों के साथ सौतेला व्यवहार किये जाने के फैसले को गलत बताया है.
विधायक आरके वर्मा का दावा है कि अध्यक्ष आशीष पटेल के इस मनमाने फैसले को लेकर अपना दल के विधायकों व पार्टी के प्रमुख नेताओं में ज़बरदस्त नाराज़गी है. उनका यह भी दावा है कि इस फैसले के खिलाफ नौ में से आठ विधायक आपस में बैठक भी कर चुके हैं.
उनका कहना है कि अगर अनुप्रिया व आशीष पटेल ने प्रेशर पॉलिटिक्स बंद कर अपने फैसले को वापस नहीं लिया तो आने वाले दिनों में नौ में से आठ विधायक व बाकी प्रमुख नेता कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.
प्रतापगढ़ की रानीगंज सीट से अपना दल के विधायक आरके वर्मा ने यह भी कहा है कि मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल जबसे अध्यक्ष बने हैं, पार्टी अपने उद्देश्यों व सिद्धांतों से भटक गई है.
आरके वर्मा के मुताबिक़ बीजेपी और योगी सरकार द्वारा अपना दल एस के विधायकों व दूसरे नेताओं की उपेक्षा व अनदेखी कर उनके साथ सौतेला व्यवहार किये जाने का आरोप पूरी तरह गलत व बेबुनियाद है. सभी का पूरा सम्मान किया जा रहा है. अपना दल अध्यक्ष आशीष पटेल को खुद बीजेपी ने एमएलसी बनाया है.