पटना: बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है जो 26 जुलाई तक चलेगा. मानसून सत्र के दौरान विपक्ष नीतीश सरकार को उन्हीं के पाले में घेरने की तैयारी में है. नीतीश कुमार हमेशा से ‘थ्री C’ से समझौता न करने की बात करते रहे हैं लेकिन तेजस्वी यादव इसी ‘थ्री C’ के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं. आज इसी तैयारी को लेकर तेजस्वी यादव ने आरजेडी विधायकों की बैठक भी ली. विशेष राज्य के दर्जे के मसले पर विधानसभा में गरमा-गरमी के आसार हैं.


क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म पर सरकार को घेरेगा विपक्ष


एबीपी न्यूज़ से ख़ास बातचीत में तेजस्वी यादव ने बताया कि विपक्ष इस मानसून सत्र में बिहार की बदहाल कानून व्यवस्था, गैंगरेप की बढ़ती घटनाओं, हाल ही में हुए दंगों, हत्या और डकैती की बढ़ती संख्या को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेगा. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सूबे में विभागीय और राजनीतिक स्तर पर भ्रष्टाचार बढ़ गया है. हाल ही में ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है जिसे लेकर विपक्ष सरकार से सवाल करेगा.



शराबबंदी क़ानून में बदलाव के ख़िलाफ़ विपक्ष


तेजस्वी ने ये भी दावा किया कि शराबबंदी कानून में बदलाव को लेकर मिली बिहार कैबिनेट की मंज़ूरी के बाद इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा. तेजस्वी का आरोप है कि शराबबंदी पहले से ही विफल रही है और इसका खामियाजा सबसे ज़्यादा गरीबों को उठाना पड़ा है और अब नई शराबबंदी नीति से गरीबों को और भी ज़्यादा परेशानी होगी. तेजस्वी के मुताबिक शराबबंदी कानून के तहत जेल में बंद गरीब कैदियों की रिहाई के लिए विपक्ष सरकार पर कोई तरीका निकालने के लिए दबाव बनाएगा.


शिक्षा के मुद्दे पर विपक्ष के तेवर कड़े


तेजस्वी ने हाल ही में जारी हुए बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट और हाई स्कूल के नतीजों में हुई गड़बड़ी का हवाला देते हुए कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था गर्त में जा चुकी है. बिहार बोर्ड ढंग से नतीजे तक नहीं निकाल पा रहा है. बोर्ड परीक्षाओं के दौरान पेपर लीक हुए क्योंकि इसके पीछे भी खेल चल रहा है. तेजस्वी ने बिहार के स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षकों की कमी और मौजूदा शिक्षकों को मिलने वाली सैलरी के मुद्दे को विधानसभा में उठाने का दावा किया.


बाढ़-सुखाढ़ भी एक अहम मुद्दा


बिहार में हर साल बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित होते हैं जबकि अरबों रुपए की सरकारी और निजी सम्पत्ति का नुकसान होता है. एबीपी न्यूज़ ने अपने शो घंटी बजाओ के जरिए बताया था कि किस तरह से बिहार में आने वाली बाढ़ के लिए कुदरत से ज़्यादा सिस्टम का भ्रष्टाचार जिम्मेदार है. अब विपक्ष ने भी सरकार को बाढ़ के मुद्दे पर घेरने की तैयारी कर रखी है. हालांकि अभी बिहार में बाढ़ से ज़्यादा सूखे की आशंका बनी हुई है क्योंकि बिहार में मानसून की बारिश सामान्य से काफी कम हुई है.


विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने समय रहते तैयारी नहीं की है जिससे हजारों किसान प्रभावित होंगे. तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बारिश नहीं होने की वजह से बिहार के किसान परेशान हैं. उन्हें तत्काल मदद की जरूरत है, लेकिन सरकार सिर्फ तैयारी होने की बात कह रही है, ऐसे में इस मुद्दे को सदन में उठाना जरूरी हो जाता है. तेजस्वी ने बाणसागर परियोजना में हुई लेटलतीफी को भी बिहार के एक बड़े हिस्से में पड़ने वाले सूखे के लिए ज़िम्मेदार बताया. इस परियोजना के लिए इसी महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट स्वीकृत किया है जबकि ये परियोजना 90 के दशक में ही प्रस्तावित हुई थी. तेजस्वी बाणसागर परियोजना को लेकर भी नीतीश सरकार से जवाब मांगेंगे.


विशेष राज्य के दर्जे को लेकर गरमा-गरमी के आसार


बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का मसला चुनावी मुद्दा है जो हर चुनाव से पहले जन्म ले लेता है. नीतीश कुमार एनडीए का हिस्सा होने के बावजूद आज तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवा नहीं पाए और गाहे-बगाहे केंद्र से इसकी मांग करते रहते हैं. वहीं तेजस्वी का दावा है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग सबसे पहले लालू यादव ने उठाई जिसे नीतीश कुमार ने हाईजैक कर लिया.


इधर आए दिन तेजस्वी यादव विशेष राज्य के दर्जे को लेकर नीतीश कुमार पर तंज कसने का कोई मौका नहीं चूकते, जबकि केंद्र सरकार के नुमाइंदे ऐसी किसी भी सम्भावना से इंकार करते रहे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी ने बिहार को स्पेशल पैकेज देने का वादा किया था लेकिन तेजस्वी का आरोप है कि आज तक वो सहायता भी नहीं मिली. इसीलिए तेजस्वी इस मानसून सत्र में विशेष राज्य के दर्जे और स्पेशल पैकेज पर सरकार को घेरने की बात कर रहे हैं.


सरकार ने विपक्ष को अतीत याद करने की नसीहत दी


जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि  ‘थ्री C’ का मुद्दा उठाने के लिए विपक्ष स्वतंत्र है लेकिन वो इस मुद्दे पर सदन में टिक नहीं पाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार पहले से ही जनता के बीच क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म के मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुकी है. इसके साथ ही राजीव रंजन ने क्राइम और करप्शन के मुद्दे पर आरजेडी को अपना अतीत याद करने की नसीहत भी दी.


जेडीयू का दावा है कि कोई भी घटना हो, सरकार की ओर से किसी को बचाने की कोशिश नहीं होती है. जो दोषी होता है उसे सजा मिलती है वो चाहे फिर कोई भी हो. राजीव रंजन ने तेजस्वी यादव को जवाब देते हुए कहा कि सरकार विपक्ष के सभी सवालों का जवाब देने को तैयार है लेकिन विपक्ष नकारात्मक राजनीति न करे. बेबुनियाद मुद्दे उठाकर सदन का समय बर्बाद करके तेजस्वी अपना चरित्र ही जनता के सामने रखेंगे. बहरहाल तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि विपक्ष मानसून सत्र के चलने में कोई भी बाधा उत्पन्न नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि वे सदन में सवाल-जवाब में पूरा सहयोग करेंगे. इसके बावजूद जिन मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है उससे बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के हंगामेदार होने की पूरी सम्भावना है.


मानसून सत्र के बाद साइकिल यात्रा निकालेंगे तेजस्वी यादव 


मानसून सत्र ख़त्म होते ही तेजस्वी यादव मौजूदा सरकार की विफलताओं के खिलाफ एक साइकिल यात्रा भी निकालने वाले हैं. फ़िलहाल इस साइकिल यात्रा की तारीख और रूपरेखा सार्वजनिक नहीं की गई है लेकिन तेजस्वी यादव के मुताबिक बहुमत होने के बावजूद आरजेडी सरकार से बाहर है जबकि बीजेपी और जेडीयू गलत तरीके से गठबंधन बनाकर सत्ता की मलाई खा रहे हैं. इसके खिलाफ मानसून सत्र खत्म होते ही वो एक साइकिल यात्रा करेंगे जिसमें एनडीए सरकार की नाकामियों को लोगों तक पहुंचाया जाएगा.