मुरादाबाद: खुले में नमाज पढ़ने पर रोक का मामला अब सियासी रंग लेने लगा है. नोएडा पुलिस की द्वारा पब्लिक प्लेस पर में नमाज अदा करने पर रोक के बाद लगातार नेता और पार्टियों के बयान आ रहे हैं. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि जो कानून आड़े आता है उसे धर्म से जोड़ दिया जाता है. कानून का पालन करना सभी का कर्तव्य है चाहे वह हिन्दू हो या मुसलमान. जरूरी नहीं है कि पार्क में ही नमाज पढ़ी जाये, नमाज पढ़नी है तो घर में पढ़ें या मस्जिद में पढ़ें.


ओवैसी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ओवैसी जैसे लोग अपने बयान से देश में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं. वह पकिस्तान के इमरान खान की आवाज न बनें, जो पाकिस्तान बोल रहा है वह न बोलें. पाक में 22 से 23 प्रतिशत हिन्दू गए थे आज एक प्रतिशत से नीचे हैं. पाक में सैकड़ों मंदिरें ढहा दिए गए वहीं भारत में लाखों मस्जिदें बन गई हम तो प्यार से गले लगे हुए हैं लेकिन ओवैसी अपने बयान देकर देश में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं.


बता दें कि नोएडा पुलिस ने खुले में नमाज पर पुलिस ने रोक लगा दी है. नोएडा के एसएसपी ने यहां की बड़ी-बड़ी कंपनियों को चिट्टी भेजकर कहा है कि अगर उनके मुस्लिम कर्मचारी शुक्रवार को पार्क जैसी सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ते हैं तो इसके लिए कंपनी को दोषी माना जाएगा. नोएडा पुलिस की दलील है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इस तरीके की पब्लिक मीटिंग से सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है. नोएडा पुलिस ने कंपनियों से कहा है कि वो अपने कर्मचारियों को मस्जिद, ईदगाह या दफ्तर के परिसर के अंदर ही नमाज पढ़ने के लिए कहें.


नोटिस के मुताबिक, अगर आदेश का उल्लंघन हुआ या कार्यालयों के कर्मचारी नियमों का उल्लंघन करते पाए गए तो इसके लिए कंपनियां दोषी मानी जाएंगी.


नोएडा के सेक्टर 58 पुलिस ने इंडस्ट्रियल एरिया में आने वाले नोएडा अथॉरिटी के पार्क में खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाई है. इसके लिए पुलिस ने इंडस्ट्रियल एरिया के सभी कंपनियों को नोटिस भेजा है.