पीएम नरेन्द्र मोदी 27 फ़रवरी को यहां स्नान के बाद पूजा पाठ करेंगे. प्रियंका गांधी के भी यहां आने की चर्चा ज़ोरों पर हैं. 15 जनवरी से शुरू हुआ कुंभ मेला 4 मार्च को ख़त्म होगा.
इस बार का कुंभ मेला कई मायनों में ख़ास रहा. योगी सरकार ने सबसे पहले इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज कर दिया. नारा दिया गया दिव्य कुंभ, भव्य कुंभ. दुनिया के सबसे बडे धार्मिक मेले के लिए पैसा पानी की तरह बहाया गया.
कुंभ का माहौल कभी राजनैतिक रहा तो कभी आध्यात्मिक. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से लेकर मंत्री स्मृति ईरानी संगम में डुबकी लगा चुके हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ तो अपनी पूरी कैबिनेट के साथ कुंभ मेले में स्नान कर चुके हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी संगम नहा लिया.
यूपी सरकार के दावे के मुताबिक़ अब तक क़रीब 20 करोड़ 54 लाख श्रद्धालु कुंभ मेले में स्नान कर चुके हैं. ये अब तक का रिकार्ड है. यूपी की बीजेपी सरकार कुंभ के बहाने ही चुनावी माहौल बनाने में भी जुटी है.
पहली बार अक्षयवट आम लोगों के दर्शन के लिए खोला गया है. अब तक ये आर्मी के क़ब्ज़े में था. इसी कुंभ में विश्व हिंदू परिषद ने धर्म संसद बुलाई जिसमें अयोध्या के राम मंदिर को लेकर फ़िलहाल कोई आंदोलन न करने का फ़ैसला हुआ.