जहरीली शराब से मौतों का आंकड़ा 70 के पार, विपक्ष ने बीजेपी को ठहराया जिम्मेदार
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में हुए इस हादसे के बाद अलग अलग सियासी दलों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और दोनों राज्यों की बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.
नई दिल्ली: उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से लगभग 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और दोनों प्रदेशों में 20 से अधिक लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. ऐसा माना जा रहा है कि मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. इस हादसे के बाद अलग अलग सियासी दलों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और दोनों राज्यों की बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. मृतकों के परिवार के प्रति मैं अपनी गहरी शोक और संवेदना व्यक्त करता हूं. पीड़ित जल्द से जल्द स्वस्थ हों, मेरी ये कामना है."
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "70 लोगों की मौत की ज़िम्मेदार सिर्फ़ ज़हरीली शराब नहीं बल्कि दोनों प्रदेशों की बीजेपी सरकार भी है. भ्रष्टाचार की वजह से अवैध शराब पर रोक लगाने की न तो बीजेपी सरकारों की नीयत है और न कोई कारगर नियंत्रण.
70 लोगों की मौत की ज़िम्मेदार सिर्फ़ ज़हरीली शराब नहीं बल्कि दोनों प्रदेशों की भाजपा सरकार भी है.
भ्रष्टाचार की वजह से अवैध शराब पर रोक लगाने की न तो भाजपा सरकारों की नीयत है और न कोई कारगर नियंत्रण. pic.twitter.com/o90IiJZgM5 — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 9, 2019
वहीं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर कड़ा प्रहार किया है और कहा कि प्रदेश के आबकारी विभाग की 'लापरवाही' के चलते यह घटना हुई. साथ ही उन्होंने धरने पर बैठने की बात भी कही.
जो लोग सरकारों की लापरवाही का शिकार होकर नकली और विषाक्त शराब पीकर अकाल काल कलवित हुए। राज्य जिस तरीके से एक नशे की गिरफ्त में आ गया और नकली और घटिया शराब का राज्य में प्रकोप जैसा पैदा हो गया है, तो ये धरना उसके विरोध में भी है। अब दो बिंदुओं पर यह धरना होगा। (1/2)
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) February 9, 2019
उत्तरप्रदेश में कांग्रेस के अगुआ राज बब्बर ने ट्वीट करते हुए कहा, "ये कितना दुखद है - क्योंकि ये ऐसी मौतें हैं जिन्हें प्रशासन की सतर्कता से रोका जा सकता था. साफ़ है कि लगभग पूरे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक फैला ज़हरीली शराब का नेटवर्क - बिना प्रशासनिक मिलीभगत के नहीं चल रहा। दोनों राज्यों की सरकारें जवाबदेह हैं.
उत्तरप्रदेश सरकार में मंत्री रहे ओम प्रकाश राजबार ने इस हादसे पर ट्वीट करते हुए कहा, "देश में मा.प्रधानमंत्री जी गुजरात मॉडल लागू कर रहे थे जबकि उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से आये दिन मौतें हो रही हैं. @SBSP4INDIA लगातार प्रदेश में शराबबंदी की बात करता रहा है लेकिन कोई भी सरकार हो ,उसकी ओर से इस मुद्दे को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता. बेहद दुःखद व शर्मनाक.
देश में मा.प्रधानमंत्री जी गुजरात मॉडल लागू कर रहे थे जबकि उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से आये दिन मौतें हो रही हैं। @SBSP4INDIA लगातार प्रदेश में शराबबंदी की बात करता रहा है लेकिन कोई भी सरकार हो ,उसकी ओर से इस मुद्दे को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। बेहद दुःखद व शर्मनाक ।
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) February 9, 2019
उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश सरकार ने हादसे में मारे गये लोगों के परिवार के लिए दो-दो लाख रूपये मुआवजे की घोषणा की है. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस पर कहा कि यह राशि कम से कम पांच लाख रूपये होनी चाहिए. इसके अलावा परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी जानी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तराखंड अवैध शराब निर्माण का केंद्र बनता जा रहा है और इन इकाईयों को यहां के कुछ निवासियों का समर्थन मिल रहा है.
(ABP न्यूज फ्री टू एयर चैनल है... ABP न्यूज को अपने बेसिक पैक का हिस्सा बनाने के लिए केबल/डीटीएच ऑपरेटर से संपर्क करें. जब चैनल चुनें...सबसे आगे रखें ABP न्यूज, क्योंकि ABP न्यूज देश को रखे आगे.)