भदोही: प्रसिद्ध पर्वतारोही बछेंद्री पाल ने आज आह्वान किया कि इस बार दीवाली पर लोग पटाखों से तौबा कर लें ताकि पर्यायवरण का संतुलन बना रहे.
नमामि गंगे परियोजना के तहत यहां एक स्कूल में अपनी नौ सदस्यीय पर्वतारोही टीम के साथ पहुंची बछेन्द्री पाल ने कहा कि लोग अंधविश्वास से प्रेरित होकर पूजन, हवन जैसी सामग्री गंगा और अन्य नदियों में फेंकते हैं. इसका विरोध करना चाहिए क्योंकि एक ओर लोग गंगा को अपनी मां कहते हैं, वहीँ दूसरी तरफ सारी गंदगी भी गंगा में डाल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यह दोहरी मानसिकता है और इस सोच को बलदना पड़ेगा. इस मौके पर शिक्षकों एवं छात्रों को गंगा स्वच्छ रखने की शपथ भी दिलायी गयी.
बता दें कि एवरेस्ट फतह के बाद अब गंगा स्वच्छता की अलख जगाने के लिए बछेंद्री पाल अपने 40 सदस्यीय दल के साथ बाते दिनों वाराणसी पहुंची थीं. इस टीम में एवरेस्ट पर चढ़ने वाले से लेकर आईआईटी के छात्र भी शामिल थे.
बछेंद्री पाल ने अस्सी घाट से गंगा स्वच्छता मिशन को फतेह करने का वीणा उठाया है. बता दें कि अस्सी घाट यह वही घाट है जहां से खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता की शुरुआत की थी. उसी घाट से बछेंद्री पाल ने भी एवर्नेस प्रोग्राम की शुरुआत की है.