MP Board 10th Result 2020 LIVE Updates: रिजल्ट हो चुका है घोषित इस direct लिंक से करें चेक
एमपी बोर्ड 10वीं का रिजल्ट आज जारी होगा.इस साल करीब 11.5 लाख परीक्षार्थियों ने 10वीं की परीक्षा दी है.आज MP बोर्ड 10वीं का रिजल्ट घोषित होने वाला है जिसे स्टूडेंट्स mp10.abplive.com पर देख सकते हैं
भोपाल: MP Board 10th Result 2020 Live Updates, MPBSE Class 10 Result, mpsresults.nic.in 2020 Result, mpbse.nic.in 10th Result 2020: एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा का परिणाम जारी होने में बस आधे घंटे का समय रह गया है. करीब 12 बजे रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा. इस बार कोरोना वायरस के कारण परीक्षाएं देरी से शुरू हुईं. एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा 03 मार्च 2020 से शुरू होकर 27 मार्च 2020 को खत्म होनी थी लेकिन कोरोना वायरस के चलते ये संभव नहीं हो सका.
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करीब 11.5 लाख परीक्षार्थियों ने दी 10वीं की परीक्षा
बता दें कि इस साल एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा में करीब 11.5 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे. छात्र अपने नतीजे MBPSE बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट mpbse.nic.in और mpresults.nic.in पर देख पाएंगे. गौरतलब है कि पिछले साल (2019) आयुष्मान ताम्रकर और गगन दीक्षित पहले स्थान पर रहे थे. ये दोनों ही सागर जिले के रहने वाले हैं. आयुष्मान ताम्रकर और गगन दीक्षित दोनों ने ही 10वीं की परीक्षा में 500 में से 499 अंक हासिल किए थे.
बीते साल 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 335738 छात्र प्रथम श्रेणी से पास हुए थे, जबकि 192083 परीक्षार्थी दूसरी श्रेणी और 2451 छात्र तृतीय श्रेणी पास हुए थे. वहीं, मध्य प्रदेश 10वीं सप्लीमेंट्री परिणामों में 103230 छात्र उत्तीर्ण हुए थे और 231251 छात्रों को अनुत्तीर्ण घोषित किया गया था.
साल 2019 का आंकड़ा
Madhya Pradesh Board of Secondary Education (MP Board or MPBSE) 10th Result 2020 Live Updates, MPBSE Class 10 Result, mpsresults.nic.in 2020 Result, mpbse.nic.in 10th Result 2020: इस बार देखना होगा की छात्राएं परीक्षा परिणामों में कितना अच्छा प्रदर्शन करती हैं. बीते सालों में मध्य प्रदेश की छात्राओं ने परीक्षा परिणामों पर अपना दबदबा कायम रखा हुआ है. साल 2019 के परीक्षा परिणाम की बात करें तो इस साल MP Board 10वीं की परीक्षा में 11,32,319 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया था.
जिसमें से उत्तीर्ण होने वाले छात्रों का प्रतिशत 61.32 रहा था. 59.15 फीसदी लड़के उत्तीर्ण हुए थे और 63.69 फीसदी पास परसेंटेज के साथ लड़कियों ने बाजी मारी थी. साल 2015 में मध्यप्रदेश बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में 11.25 लाख स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी. सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम 48.16% और निजी स्कूलों का परिणाम 51.89% रहा. लड़कों के मुकाबले इस बार लड़कियों का पास प्रतिशत बेहतर रहा.
MPBSE MP Board Result 2020: मध्य प्रदेश बोर्ड दसवीं का रिजल्ट डिक्लेयर हो जाने के बाद यह साफ हो जाएगा कि कितने बच्चे पास हुए हैं और कितने फेल. जहां दो से ज्यादा विषयों में फेल बच्चों के लिए कोई ऑप्शन नहीं है, वहीं एक या दो विषय में फेल स्टूडेंट्स कंपार्टमेंट परीक्षा देकर पास हो सकते हैं. वैसे तो यह सुविधा हर बोर्ड देता है और हर साल बहुत से बच्चे कंपार्टमेंट परीक्षा देते हैं पर इस साल स्थिति काफी बदली हुयी है. इस साल कोरोना की वजह से जो परीक्षाएं जरूरी थीं वो भी आयोजित नहीं हो पायीं, मसलन बोर्ड ने दसवीं की बची परीक्षाएं नहीं करायीं. केवल बारहवीं की बचे विषयों की परीक्षा आयोजित हुई. ऐसे में कंपार्टमेंट परीक्षा के आयोजन को लेकर सवाल उठना लाजिमी है.
बहुत संभावना है परीक्षा आयोजित होने की –
अगर मध्य प्रदेश बोर्ड के फैसले के झुकाव के संबंध में बात करें तो जहां ज्यादातर बोर्ड्स ने पेंडिंग परीक्षाएं कैंसिल कर दीं, वहीं एमपी बोर्ड ने कैसे भी करके बारहवीं की पेंडिंग परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित करवायीं. इसलिए जो बोर्ड ये परीक्षाएं आयोजित करा सकता है, वह कंपार्टमेंट परीक्षा भी आयोजित कराएगा इसकी प्रबल संभावना है.
हालांकि एक स्थिति ऐसी भी हो सकती है कि कोरोना का हाल और बिगड़ गया तो क्या होगा? ऐसे में हो सकता है बोर्ड अल्टरनेटिव तरीके इस्तेमाल करें. जैसे ऑनलाइन परीक्षा कराना या प्रोजेक्ट अथवा एसाइनमेंट के आधार पर स्टूडेंट को जज करना या सबसे खराब स्थिति में अधिकतम यह हो सकता है कि थोड़ा रुककर परीक्षाएं आयोजित की जाएं. बोर्ड क्या तरीका अपनाएगा ये तो आने वाले समय में पता चलेगा पर इतना तो पक्का है कि जैसे बारहवीं की पेंडिंग परीक्षाएं हुई थीं, कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए भी कोई न कोई विकल्प निकाला जाएगा.
MP बोर्ड 10वीं के रिजल्ट हो चुके हैं घोषित
एमपी बोर्ड क्लास दसवीं का रिजल्ट डिक्लेयर हो जाने के बाद जहां कुछ स्टूडेंट्स खुशियां मना रहे होंगे, वहीं कुछ ऐसे भी होंगे जो अपने रिजल्ट से सैटिस्फाई नहीं होंगे. इन अनसैटिस्फाइड स्टूडेंट्स की भी दो कैटेगरीज़ होती हैं. एक वे जिन्हें लगता है उनके अंक कम जोड़े गए हैं, दूसरे वे जिन्हें लगता है उनकी कॉपी गलत चेक हुयी है, उसे दोबारा चेक किया जाना चाहिए. इन दोनों तरह के स्टूडेंट्स के लिए एक ही उपाय हैं जो रिजल्ट डिक्लेयर करने के बाद उन्हें अपनाना होगा, वो है रीचेकिंग या रीटोटलिंग के लिए आवेदन करना. इसके लिए भी एक प्रक्रिया है जो स्टूडेंट्स को फॉलो करनी होगी.
ऐसे करें रीचेकिंग/रीटोटलिंग के लिए अप्लाई –
रीचेकिंग या रीटोटलिंग के लिए आवेदन करने के लिए कैंडिडेट्स को एमपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in से फॉर्म डाउनलोड करना होगा. इस फॉर्म को भरें और जो भी फीस मांगी जा रही हो, वह जमा करें. आप एक से ज्यादा विषय का री-इवैल्युएशन भी करा सकते हैं लेकिन आपको सबकी फीस अलग-अलग देनी होगी. फॉर्म भरकर जमा करने से पहले सब डिटेल्स ध्यान से दोबारा चेक कर लें क्योंकि एक बार गलती हो गयी तो उसे सुधारने का मौका नहीं मिलेगा. सामान्यतः रिजल्ट डिक्लेयर होने के पांच से दस दिन के अंदर रीचेकिंग फॉर्म ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाता है. याद रहे रीचेकिंग फॉर्म केवल आधिकारिक वेबसाइट से ही डाउनलोड करें.
कम अंक भी करने होंगे स्वीकार -
रीचेकिंग या रीटोटलिंग का फॉर्म भरते समय कैंडिडेट इस बात का ध्यान रखें कि दोबारा कॉपी चेक करने के बाद जो भी अंक आएंगे वे उन्हें स्वीकार करने होंगे. इसलिए सलाह यही दी जाती है कि अगर आपको लगता है कि आपके एग्जाम अच्छे गए थे पर रिजल्ट उस हिसाब से नहीं आया है, तो ही दोबारा कॉपी जांचने के लिए आवेदन करें. कई बार दांव उल्टा भी पड़ सकता है, हालांकि इसके चांसेस कम होते हैं.
मध्य प्रदेश बोर्ड दसवीं का परिणाम कल डिक्लेयर कर दिया जाएगा. इस बीच स्टूडेंट्स के मन में उन परीक्षाओं के अंकों को लेकर सवाल उठ रहे हैं जो कोरोना के कारण आयोजित नहीं हो पायीं थीं. दरअसल पहले दसवीं की बची परीक्षाएं आयोजित होने की बात चल रही थी लेकिन फिर धीरे-धीरे माहौल बिगड़ने से और कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने से परीक्षाएं कैंसिल कर दी गयीं. ऐसे में दूसरा जरूरी प्रश्न यह उठा कि इन विषयों में अंक किस आधार पर दिए जाएंगे.
पेंडिग परीक्षाओं में अंक प्रणाली –
दसवीं की मेरिट लिस्ट बनाते समय केवल उन परीक्षाओं को आधार बनाया जाएगा जो मार्च 2020 के महीने में कोरोना और लॉकडाउन के पहले संपन्न करा ली गयी थी. एमपी बोर्ड की कक्षा दसवीं की जितनी परीक्षाएं मार्च के महीने में आयोजित हो गयीं थी, उन्हीं के आधार पर मेरिट लिस्ट बनायी जायेगी. इसके साथ ही इस विषय में एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि जिन विषयों की परीक्षाएं आयोजित नहीं हो पायी हैं, उन विषयों के सामने केवल पास का रिमार्क लिखा होगा.
एमपी बोर्ड साल 2019 दसवीं का परिणाम –
मध्य प्रदेश बोर्ड का दसवीं का परिणाम कल आ जाएगा पर उसके पहले नज़र डालते हैं पिछले साल के आंकड़ों पर.
कुल स्टूडेंट्स जिन्होंने परीक्षा में भाग लिया - 11,32,319
कुल छात्रों में रेग्यूलर स्टूडेंट्स की संख्या – 9,90,546
रिजल्ट घोषित होने की तारीख – 15 मई 2019
कुल पास प्रतिशत – 61.32
लड़कों का कुल पास प्रतिशत – 59.15
लड़कियों का कुल पास प्रतिशत – 63.69
पिछले साल के टॉपर का नाम – आयुष्मान ताम्रकार और गगन दीक्षित
पिछले साल के टॉपर का प्रतिशत – 99.8
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