विदिशाः मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव दीपक बावरिया अपने अजीबोगरीब बयान की वजह से एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं. इस बार बावरिया आरएसएस की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के लिए मुसीबत बन गए.


दरअसल, विदिशा में बावरिया कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. लेकिन उनके मंच पर आने से पहले ही कार्यकर्ता उनके सामने ही आपस में भिड़ गए और हंगामा करने लगे. इसके बाद जब बावरिया मंच पर आए तो कार्यकर्ताओं को समझाने में उनकी जुबान फिसल गई और वे संघ की तारीफ कर बैठे. उन्होंने कहा "कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आरएसएस से अनुशासन सीखने की जरूरत है."


बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते वक्त बावरिया अपने बयान का बचाव करते नजर आए. उन्होंने कहा कि नेहरू जी ने भी चीन से युद्ध में संघ की मदद ली थी, इसलिए अगर किसी ने अच्छा काम किया है तो उसकी तारीफ करने में क्या हर्ज है.


बावरिया का संघ पर बयान आते ही बीजेपी को कांग्रेस पर निशाना साधने का एक और बहाना मिल गया. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस अब खंडन के सिवा और क्या कर सकती है.





इसके पहले भी बावरिया अपने बयानों से पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर चुके हैं. भोपाल में हुई अनुसूचित जाति की बैठक में वो पार्टी के नेता सुरेंद्र चौधरी की ओर इशारा करते हुए उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाने की बात कर चुके हैं. यही नहीं सतना में तो वो ये कहते हुए पार्टी को मुसीबत में डाल बैठे थे कि सरकार बनने पर कमलनाथ या ज्योतिरादित्य सिंधिया में से ही कोई सीएम बनेगा.