भोपाल: मध्यप्रदेश के शिवपुर जिले में सरकारी लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया हैं. 7.78 करोड़ की लागत से कूनो नदी पर बना पुल बारिश और बाढ़ की मार नही़ं झेल पाने का कारण टूट गया. इस पुल का निर्माण तीन महीने पहले ही हुआ था. पुल का आधे किलोमीटर से ज्यादा का भाग शनिवार को आई तेज बारिश और बाढ़ के साथ बह गया.


भारी बारिश के कारण कूनो की सहयोगी नदियां सीप और चम्बल भी अपने उफान के साथ बह रही हैं. नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण शिवपुर के साथ-साथ उसके पड़ोसी जिले भी प्रभावित हो रहे है. शिवपुर प्रशासन ने कहा कि भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं. भारी बारिश के कारण जिले के नीचले इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए है. अबतक 500 से ज्यादा छोटे घर बारिश के कारण तबाह हो चुके है. अबतक 150 से ज्यादा लोगों को गांव से दूर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है.


कूनो नदी के पुल का उद्घाटन केद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तौमर ने 29 जुलाई को किया था. उद्घाटन के समय उन्होंने कहा था, "यह परियोजना मध्यप्रदेश और राजस्थान को जोड़ने मे अहम भूमिका निभाएगी. यह पुल सरकार का विकास के लिए अपने वादा पूरी करने की तत्परता दिखाता है" .


जिलाधिकारी शिल्पी गुप्ता ने कहा कि यह पुल लोक कल्याण विभाग के तहत बना था. मैं इस पूरे मामले पर आज रिपोर्ट लूंगी और जल्द ही इस मामले पर कार्यवाही की जाएंगी. बीजेपी के स्थानीय विधायक प्रहलाद भारती पहले भी पुल के निर्माण में प्रशासन पर गड़बड़ी के आरोप लगा चुके थे. प्रहलाद भारती ने कहा कि गांव के लोग मेरे पास पुल निर्माण में धांधली के आरोप लेकर आये थे. गांव वाले पुल को लेकर हमेशा से शंका में थे. मैनें इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया था.


उन्होंने कहा कि भारी बारिश के बाद कूनो नदी के का जलस्तर पुल से चार फीट उपर तक आ गया था. इसी कारण पुल टूटा. हालांकि मेरे विधानसभा क्षेत्र का सिर्फ एक गांव इस बाढ़ की भेंट चढ़ा लेकिन मैं अभी इस पूरे मामले की जांच की मांग करता हूं. उन्होंने कहा कि पड़ोसी जिले श्योपुर में अबतक 120 मिमि बारिश हो चुकी है. कूनो नदी के कारण शिवपुर और श्योपुर जिलों के बीच संपर्क टूट गया हैं. प्रशासन ने कहा है कि इस साल के अंत तक पुल का निर्माण कार्य पूरा कर लेंगे. बाढ़ के बाद जलस्तर सामान्य होने पर पुल का निर्माण का काम शुरू हो जायेंगा.