लखनऊ: मुलायम परिवार के अंदर घमासान जारी है. समाजवादी पार्टी के यूपी अध्यक्ष शिवपाल यादव एक एक कर अपने विरोधियों को ठिकाने लगा रहे है लेकिन जब उन्होंने अपने भतीजे अक्षय यादव के इलाके में डंडा चलाया तो बगावत जैसे हालात हो गए है. रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय फ़िरोज़ाबाद से लोक सभा सांसद है.


हाल में ही शिवपाल यादव ने फ़िरोज़ाबाद में समाजवादी पार्टी का ज़िला अध्यक्ष बदल दिया. दिलीप यादव की जगह अमोल यादव को अब ये कुर्सी मिल गयी है. नए ज़िला अध्यक्ष शिवपाल यादव के बेहद करीबी विधायक रामवीर यादव के बेटे है. बस इसी फैसले के बाद से लड़ाई शिवपाल बनाम रामगोपाल की हो गयी है.


शिवपाल यादव ने तो रामगोपाल यादव के कई समर्थकों को एक ही झटके में पार्टी के संगठन से बाहर कर दिया. समाजवादी युवजन सभा, लोहिया वाहिनी, छात्र सभा और मुलायम युथ ब्रिगेड के अध्यक्षों को हटा कर शिवपाल ने अपने समर्थकों को बिठा दिया है. फ़िरोज़ाबाद एक तरह से ' प्रोफेसर साहेब' का इलाका माना जाता है और यहां भी उनकी ना चल पाए! बस रामगोपाल के समर्थकों ने मीटिंग कर अखिलेश यादव समाजवादी फ्रंट नाम से एक नया मोर्चा बना लिया है. एलान ये है कि अगर शिवपाल की मनमानी जारी रही तो फिर इटावा, मैनपुरी से लेकर एटा तक फ्रंट को मजबूत किया जाएगी.


वैसे भी रामगोपाल और शिवपाल यादव के आपसी झगडे जग जाहिर है. महीने भर पहले ही तो दोनों ने एक दूसरे भी ज़मीन कब्जे से लेकर कई गंभी आरोप लगाए थे. बाद में रामगोपाल को पार्टी से भी बाहर कर दिया गया था. मुलायम सिंह ने संसद की बैठक शुरू होने के बाद ये फैसला वापस ले लिया.


रामगोपाल यादव यूपी के सीएम अखिलेश यादव के साथ है. 2009 में अखिलेश फ़िरोज़ाबाद के साथ साथ कन्नौज से भी लोक सभा का चुनाव जीते थे बाद में उन्होंने फ़िरोज़ाबाद सीट छोड़ दी. इसके बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के राज बब्बर बे अखिलेश की पत्नी डिम्पल को हरा दिया था.