उन्होंने कहा कि सभी नेता और कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव की तैयारियों में जुटें और जीत हासिल करने के लिए जी-जान से मेहनत करें.
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खेमे द्वारा बुलाए गए पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन को असंवैधानिक करार देते हुए इसकी वजह से पैदा हुए भ्रम को दूर करने के लिए आगामी पांच जनवरी को पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया था.
कल हुए राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था जबकि मुलायम को पार्टी का संरक्षक बना दिया गया था.
इस अधिवेशन में सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा महासचिव नरेश अग्रवाल, कभी सपा मुखिया के बेहद विश्वासपात्र रहे कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी, मंत्री रामगोविंद चौधरी, अहमद हसन, वरिष्ठ नेता रेवती रमण सिंह आदि ऐसे नेता शामिल हुए थे जो कभी मुलायम के साथ खड़े रहते थे.
इससे नाराज सपा मुखिया ने संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई थी जिसमें सम्मेलन में हुए तमाम फैसलों को अवैध घोषित किया गया था.
इसके अलावा मुलायम ने अधिवेशन में शिरकत करने वाले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा तथा पार्टी महासचिव नरेश अग्रवाल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था.