लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री और आज़म गढ़ के सांसद मुलायम सिंह यादव ने आज पांच कालिदास आवास पर सीएम योगी आदित्य नाथ से मुलाकात की. क़रीब आधे घण्टे की मुलाक़ात के दौरान मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवास ख़ाली करने के आदेश का पालन करने को कहा गया है. इसे बचाने के लिए कोई रास्ता निकालिए.ये मुलाकात पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के कहने पर मुलायम सिंह यादव ने की है.


बताया जा रहा कि इस मुलाकात के दौरान जो मुख्य बातें रही हैं वो 4 ओर 5 विक्रमादित्य मार्ग के आवास जिसमें अखिलेश और मुलायम सिंह यादव रहते हैं उसको नेता प्रतिपक्ष विधानसभा राम गोबिंद चौधरी और नेता विधान परिषद अहमद हसन के नाम एलाट करने के लिए प्रस्ताव रखा गया है.


सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करने के आदेश


अगर योगी आदित्य नाथ मुलायम सिंह यादव की समस्या का कोई समाधान निकालते हैं तो इससे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश और मुलायम सिंह यादव का आवास बच सकता है. बता दें कि लोकप्रहरी नाम के एनजीओ की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दिया था. यूपी में अभी मुलायम सिंह यादव, मायावती, अखिलेश यादव, कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और एनडी तिवारी के पास लखनऊ में सरकारी बंगला है.


यूपी सरकार ने "उत्तर प्रदेश मिनिस्टर्स सैलरीज़, अलाउंस एंड अदर फैसिलिटीज एक्ट 1981" में बदलाव कर पूर्व मुख्यमंत्रियों को जीवन भर मुफ्त सरकारी आवास देने की व्यवस्था की थी. सुप्रीम कोर्ट ने इस बदलाव को मनमाना करार दिया है.


नागरिकों में अलग-2 दर्जा नहीं बना सकते
सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि यह पूरी तरह से मनमाना है. अगर कोई पद छोड़ देता है उसके बाद भी उसे विशेष दर्जा देते हुए सराकरी बंगला दिया जाए तो यह समानता के अधिकार के खिलाफ है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नागरिकों में अलग अलग दर्जा नहीं बनाया जा सकता.